मशहूर एक्टर नसीरुद्दीन शाह द्वारा दिए गए बयान के बाद कई दक्षिणपंथी संगठन उनके विरोध में उतर गए हैं। शुक्रवार को नसीरुद्दीन शाह को अजमेर लिटरेचर फेस्टिवल में शामिल होना था। लेकिन भाजपा युवा मोर्चा के सदस्यों ने कार्यक्रम स्थल पर जाकर हंगामा और तोड़-फोड़ कर दी, जिसके बाद आयोजकों को नसीरुद्दीन शाह का कार्यक्रम रद्द करना पड़ा। बता दें कि नसीरुद्दीन शाह ने इसी हफ्ते हर्ष मंदेर के साथ कारवां-ए-मोहब्बत कार्यक्रम के दौरान बात करते हुए देश में बढ़ रही असहिष्णुता और हिंसा पर चिंता जाहिर की थी। नसीरुद्दीन शाह ने कहा था कि “जहर पहले ही फैल चुका है। जिन्न बोतल से बाहर आ चुका है और अब उसे वापस बोतल में डालना मुश्किल है। जो लोग कानून अपने हाथ में ले रहे हैं, वो पूरी तरह से निरंकुश हो चुके हैं। देश के कई इलाकों में मौते हो रही हैं और गाय एक पुलिस अफसर से ज्यादा अहम हो गई है। मुझे अपने बच्चों के बारे में सोचकर चिंता होती है। क्योंकि उनका कोई धर्म नहीं है…कल को यदि एक भीड़ उन्हें घेरकर पूछती है कि वो हिंदू हैं या मुसलमान? तो उनके पास कोई जवाब नहीं होगा। मुझे इससे चिंता होती है क्योंकि स्थिति में जल्द सुधार के कोई आसान नजर नहीं आ रहे हैं। ऐसे मामले मुझे डराते नहीं हैं बल्कि मुझे गुस्सा दिलाते हैं।”
माना जा रहा है कि नसीरुद्दीन शाह का बयान हाल ही में बुलंदशहर में हुई हिंसा के संदर्भ में आया है। जहां गोहत्या को लेकर हुई हिंसा में एक पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी गई थी। इस हिंसा में एक अन्य युवक की भी मौत हुई थी। हिंसा के आरोपी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से फरार हैं। नसीरुद्दीन शाह के इस बयान पर विवाद हो गया है और इसने राजनैतिक रंग ले लिया है। दक्षिणपंथी संगठनों ने जहां नसीरुद्दीन शाह के बयान की आलोचना की है, वहीं कांग्रेस ने नसीरुद्दीन शाह के बयान से इत्तेफाक जाहिर करते हुए उनका समर्थन किया है।
बयान पर चल रहे विवाद के बीच ही शुक्रवार को नसीरुद्दीन शाह को अपनी पत्नी रत्ना पाठक शाह के साथ अजमेर लिटरेचर फेस्टिवल में शामिल होना था। नसीर कार्यक्रम में दोपहर बाद ओपनिंग भाषण देने वाले थे। लेकिन भाजपा युवा मोर्चा के सदस्य सुबह ही कार्यक्रम में पहुंच गए और उन्होंने वहां विरोध प्रदर्शन और तोड़-फोड़ शुरु कर दी। इससे लिटरेचर फेस्टिवल के आयोजक घबरा गए और उन्होंने नसीरुद्दीन शाह के कार्यक्रम को रद्द कर दिया। इससे पहले नसीरुद्दीन शाह अजमेर के सेंट एंसेलम सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पहुंचे। दरअसल इसी स्कूल में नसीरुद्दीन शाह ने बचपन में पढ़ाई की थी। इस दौरान जब पत्रकारों ने उनके बयान पर मचे बवाल पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि “मैं अपने मुल्क, जिससे मैं प्यार करता हूं, जो मेरा घर है, मैं उसके बारे में बात कर रहा हूं। अपनी फिक्र जाहिर कर रहा हूं। इसमें मैंने कौनसा गुनाह किया?”