दुनिया में मीडिया की आजादी को कम करने वालों की लिस्ट में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम भी शामिल किया गया है। इस लिस्ट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान, किम जोंग उन, शी जिनपिंग सहित 37 नाम शामिल है। यह लिस्ट रिपोर्टस विदाउट बॉडर्स (आरएसएफ) की तरफ से बनाया गया है।

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सोमवार को जारी की गयी यह लिस्ट 5 साल बाद आयी है। इससे पहले यह लिस्ट 2016 में जारी की गयी थी। ग्लोबल प्रेस संस्था ने कहा कि इस लिस्ट में शामिल 37 नेताओं में से 17 नाम पहली बार जोड़े गए हैं। कहा गया है कि इन नेताओं ने न सिर्फ अभिव्यक्ति पर रोक का प्रयास किया है बल्कि पत्रकारों को मनमाने ढंग से जेल भी भेजा है। इस लिस्ट में 19 देशों को रेड कलर से दिखाया गया है। अर्थात इन देशों को पत्रकारिता के लिहाज से खराब हालात वाले देशों में से एक बताया गया है। जबकि 16 देशों को ब्लैक कोडिंग दी गयी है, अर्थात यहां स्थिति बेहद खराब है।

गौरतलब है कि रिपोर्टस विदाउट बॉडर्स को आरएसएफ के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि फ्रांसीसी में इसका नाम रिपोर्टर्स सां फ्रांतिए है। संस्था की तरफ से जारी लिस्ट में कहा गया है कि ये नाम प्रेस की आजादी पर लगातार हमले कर रहे हैं। इसे संस्था ने ‘गैलरी ऑफ ग्रिम पोट्रेट’ कहा है यानी निराशा बढ़ाने वाले चेहरों की गैलरी।

इस सूची में शामिल अन्य नामों की अगर बात की जाए तो सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, ब्राजील के राष्ट्रपति जैर बोलसेनारो, हंगरी के विक्टोर ओर्बान, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, सीरिया के बशर अल असद, ईरान के सर्वोच्च नेता खामनेई, रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन और बेलारूस के लुकाशेंकों शामिल हैं।

आरएसएफ ने यह लिस्ट 20 साल पहले बनानी शुरू की थी। इसबार जारी किए गए लिस्ट में आरएसएफ ने इन नेताओं की पूरी फाइल तैयार की है, जिसमें प्रेस पर हमले के तरीकों को दर्ज किया गया है। इसमें इस बात का जिक्र है कि वो किस तरह से पत्रकारों को निशाना बनाते हैं, किस तरह से इन देशों में मीडिया पर सेंसर है।