PM Modi Meets Xi Jinping: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मंगलवार (15 नवंबर) को इंडोनेशिया के बाली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में मुलाकात हुई। बता दें कि गलवान घाटी में भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच हुए संघर्ष के बाद यह मुलाकात काफी चर्चा में है। यह मुलाकात समिट के दौरान आयोजित डिनर पार्टी के दौरान हुई।
बता दें कि इस मुलाकात को लेकर विपक्षी दल मोदी सरकार पर हमलावर भी हैं। हालांकि विपक्षी दल भले ही इस मुलाकात पर निशाना साध रहे हों, लेकिन नरेंद्र मोदी के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स से शी जिनपिंग से हुई मुलाकात की फोटो शेयर नहीं की गई है। दरअसल 15 नवंबर को नरेंद्र मोदी ने कई वैश्विक नेताओं से मुलाकात की। इसमें फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, नीदरलैंड के राष्ट्रपति मार्क रूट, ब्रिटेन प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन शामिल रहे।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वैश्विक नेताओं से मुलाकात की फोटो उनके ट्विटर अकाउंट से भी शेयर हुईं लेकिन चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ हुई मुलाकात की फोटो आधिकारिक रूप से नरेंद्र मोदी के आधिकारिक अकाउंट से शेयर नहीं हुई। जिसपर विपक्षी दल हमलावर हैं।
जिनपिंग से मुलाकात पर ओवैसी का हमला:
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कई ट्वीट किए। उन्होंने लिखा, “दुनिया ने वीडियो में देखा कि किसने जाकर शी जिनपिंग से मुलाकात की और उन्हें बधाई दी। नरेंद्र मोदी ने इस मुलााकत के बारे में ट्वीट क्यों नहीं किया, जैसा उन्होंने अन्य नेताओं के लिए किया है? इसमें छिपाने के लिए क्या है?
दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, “देश को यह पता चलना चाहिए कि आखिर मोदी और शी जिनपिंग के बीच क्या बात हुई। यह भारत और देश की जनता से जुड़ा मामला है, न कि मोदी या उनके परिवार का कोई निजी मामला है। मोदी जिनपिंग को क्या पेशकश कर रहे हैं?”
एक अन्य ट्वीट में ओवैसी ने लिखा, “लद्दाख में जो हुआ है (हमने 20 बहादुर सैनिकों को खो दिया), चीनियों पर विश्वास करना या उनसे कुछ उम्मीद रखना मुश्किल है। क्या हम अब एक और डोकलाम होने की तरफ बढ़ रहे हैं, जहां सरकार समस्या के हल की घोषणा तो करती है लेकिन चीनी सेना वहीं रहती है?”
इस मुद्दे पर एक और ट्वीट कर ओवैसी ने कहा, “मैं चीन सीमा मुद्दे पर चर्चा के लिए संसद के विशेष सत्र बुलाने की अपनी पूर्व की मांग को दोहराता हूं। यह इस देश की जनता का अधिकार है।”
कांग्रेस नेता उदित राज ने भी किया सवाल:
वहीं शी जिनपिंग से हुई मुलाकात पर कांग्रेस नेता उदित राज ने भी सवाल किया है। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “पीएम मोदी आज जी 20 समिट इंडोनेशिया में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलें और उस पल का इंतजार है कि कब लाल लाल आंख दिखाएंगे।”
जानें पीएम मोदी ने G-20 समिट में किन-किन से की मुलाकात:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिन वैश्विक नेताओं से मुलाकात कर आधिकारिक तौर पर फोटो शेयर की, उसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटेन पीएम ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, विश्व बैंक प्रेसीडेंट डेविड माल्पास, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के डायरेक्टर जनरल डॉ. टेड्रोस अदनोम घेब्रेयसस, सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग शामिल हैं।
बता दें कि जून 2020 में गलवान घाटी में भारत और चीन की सेना के बीच हुई झड़प हुई थी। जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। इस हिंसा के बाद से दोनों देशों के रिश्तों में तल्खी बढ़ गई थी। इस घटना के बाद से नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग के बीच आमने-सामने की कोई मुलाकात नहीं हुई है।
सितंबर में भी आए थे आमने-सामने:
हालांकि इसी साल सितंबर में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और शी जिनपिंग पूर्वी लद्दाख में बने सीमा गतिरोध के बाद पहली बार समरकंद के उज़्बेक शहर में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वार्षिक शिखर सम्मेलन में आमने-सामने आए थे। लेकिन वहां उनके बीच कोई अलग बैठक नहीं हुई थी।