मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज दावा किया कि मोदी सरकार की ‘स्मार्ट सिटी’ परियोजना ने गांवों को नजरंअदाज किया है जबकि उत्तर प्रदेश प्रशासन ‘‘ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों के योजनाबद्ध विकास’’ पर ध्यान दे रहा है।

शहर से करीब 25 किलोमीटर दूर सदावन कलां गांव में एक समारोह के दौरान अखिलेश ने कहा, ‘‘हमारी सरकार उत्तर प्रदेश में स्मार्ट सिटी विकसित करने के केन्द्र के प्रयासों में उसके साथ पूर्ण सहयोग करेगी। हालांकि यह उद्यम कुर्ता-पजामे के साथ टाई पहनने जितना बेतुका लग रहा है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अत्याधुनिक टाउनशिप यहां बिखरे होंगे और उनका कोई उपयोग नहीं होगा, अगर इन स्मार्ट शहरों को जोड़ने वाली ग्रामीण भूमि को अविकसित छोड़ दिया जाए।’’

मुख्यमंत्री मेधावी छात्रों को लैपटॉप बांटने तथा शिक्षा, परिवहन और शहरी विकास से जुड़ी विभिन्न योजनाओं की शुरुआत करने के बाद बोल रहे थे।

अखिलेश ने कहा, ‘‘प्रदेश में जब से समाजवादी पार्टी को सत्ता मिली है, वह ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में योजनाबद्ध विकास की ओर प्रयासरत है। यह ना सिर्फ गांवों के लिए बल्कि शहरों के लिए भी महत्वपूर्ण है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हर शहर से हमें सब्जियों और अन्य खाद्यान्नों की आसमान छूती कीमतों की चीख-पुकार सुनायी देती है। जब हम गांवों में जाते हैं तो हमें कीमत संबंधी शिकायत नहीं बल्कि माध्यमों की कमी की शिकायत सुनने में आती है। ऐसे माध्यम जिनसे वे अपने कृषि उत्पाद तेजी से फैलते शहरों तक पहुंचा सकें।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यदि हम इस खाई को पाटने का तरीका विकसित कर लें तो, इससे गांवों के किसानों और शहर के उपभोक्ताओं, दोनों को लाभ होगा।’’