I&B ministry Action: सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (I&B ministry) ने झूठी खबरें प्रसारित करने को लेकर बड़ी कार्रवाई की है। बता दें कि केंद्र सरकार ने 6 यू-ट्यूब चैनलों (Ban on Youtube Channels) को बैन कर दिया है। जिन चैनल्स पर प्रतिबंध लगाया गया है, उनपर झूठ फैलाने का आरोप है। सरकार का कहना है कि इन चैनलों के लगभग 20 लाख सब्सक्राइबर थे और उनके वीडियो पर 51 करोड़ से व्यूज थे।

पीआईबी ने किया था फर्जी खबरों का पर्दाफाश:

वहीं पीआईबी फैक्ट चेक टीम (PIB Fact Check) ने भी बैन किए गए यू-ट्यूब चैनलों को लेकर फर्जी खबरों का पर्दाफाश किया था। इसके बाद भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इन्हें बैन करने का कदम उठाया है।

बता दें कि प्रतिबंधित हुए चैनलों के वीडियो में लोकसभा, राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu), ईवीएम(EVM), सुप्रीम कोर्ट(Surpeme Court), अमित शाह- नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) से संबंधित फर्जी खबरों को प्रसारित किया था। इसका फैक्ट चैक करते हुए इन्हें फर्जी बताया। इसके बाद सूचना प्रसारण मंत्रालय ने कार्रवाई करते हुए इनपर बैन लगाया है।

किन चैनलों पर लगा प्रतिबंध:

केंद्र सरकार की तरफ से जिन चैनलों पर प्रतिबंध लगाया गया है उनमें नेशन टीवी (Nation TV), संवाद(Samvad), सरोकार भारत(Sarokar Bharat), नेशन 24, स्वर्णिम भारत, संवाद समाचार(Samvad Samachar) शामिल है। वहीं इन चैनलों की सब्सक्राइबर की बात करें तो नेशन टीवी के 5.57 लाख, संवाद टीवी के 10.9 लाख, संवाद समाचार के 3.48 लाख, सरोकार भारत के 21.1 हजार, नेशन 24 के 25.4 हजार, स्वर्णिम भारत के 6.07 हजार सब्सक्राइबर थे।

वहीं संवाद टीवी को लेकर पीआईबी फैक्ट चेक का कहना है कि इस यू-ट्यूब चैनल पर भारत सरकार (Indian Government) और केंद्र सरकार के मंत्रियों के खिलाफ झूठी खबरें फैलाई जा रही थी।

मंत्रालय का कहना है, “चैनल फर्जी, क्लिकबेट और सनसनीखेज Thumbnail और टीवी चैनलों के एंकरों के फोटो लगाकर फर्जी खबरें फैलाई जा रही थीं।” बता दें कि इससे पहले मंत्रालय ने इसी तरह से तीन YouTube चैनलों पर कार्रवाई की थी और फर्जी खबरें फैलाने को लेकर उनपर बैन लगाया था।