राजस्थान प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष सचिन पायलट ने पंजाब में विभिन्न स्थानों पर श्री गुरु ग्रंथ साहिब की कथित बेअदबी की घटनाओं से उपजे असंतोष को देश की एकता, अखंडता और समरसता के लिए चिंताजनक बताते हुए कहा कि मोदी सरकार देश में सहिष्णुता बनाए रखने के मोर्चे पर बुरी तरह असफल रही है।

पायलट ने एक बयान जारी कर कहा, ‘‘यह बहुत चिंताजनक है कि गत समय में देश के साम्प्रदायिक माहौल को बिगाड़ने वाली शक्तियां हावी हुई है जो बार-बार बेतुके बयान जारी कर विभिन्न धर्मों व सम्प्रदायों को मानने वालों के बीच में दरार पैदा करने की योजना को निरन्तर अंजाम दे रही है। उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब एवं बिहार सहित अधिकांश राज्यों में भाजपा एवं भाजपा से सम्बद्घ संगठन देश में वैमनस्य बढ़ाने के लिए धर्मनिरपेक्ष स्वरूप को छिन्न-भिन्न करने के उद्देश्य से भड़काऊ बयान व प्रतिक्रिया दे रहे है।

उन्होंने कहा कि देश के बहुलतावादी सांस्कृतिक मूल्य आज संकट में है क्योंकि जिस विचारधारा की पार्टी आज सत्तारूढ़ है, उसके संगठन व सत्ता के प्रतिनिधि बे-लगाम होकर ऐसे वातावरण का निर्माण कर रहे है जिससे हिंसा फैले और ध्रुवीकरण को बढ़ावा मिले जिसका सियासी फायदा उठाया जा सके।

पायलट ने कहा कि भाजपा ने अपने चुनावी वादे विकास को पीछे छोड़ दिया है और अपना वास्तविक स्वरूप उजागर किया है जिसमें राजनैतिक उद्देश्य की पूर्ति के लिए फूट डालो और राज करो का सिद्घांत लागू होता है। पायलट ने कहा कि उत्तर प्रदेश के दादरी की घटना हो या उदारवादी चिन्तकों की हत्या, प्रधानमंत्री का मौन रहकर प्रतिक्रिया शून्य बना रहना ऐसी ताकतों का मनोबल बढ़ा रहा है।

उन्होंने कहा कि महामहिम राष्ट्रपति महोदय द्वारा आहत होकर कहा जाना कि क्या देश में विरोध को स्वीकार एव सहन करने की क्षमता खत्म हो गई है, भाजपा को आइना दिखाने जैसा है। पायलट ने कहा कि पंजाब में गुरुग्रंथ साहिब के साथ हुई बेअदबी ने साबित किया है कि भाजपा सहिष्णुता बनाये रखने के मोर्चे पर पूरी तरह से विफल रही है तथा केंद्र की भाजपा सरकार को लगता है कि जनता से वादे पूरे नहीं किये जाने की स्थिति में ऐसे हथकंडे अपनाकर जनता को भ्रमित रखे जाने में ही उसका फायदा है।