आगामी लोकसभा चुनाव में करीब 6 महीने का वक्त बचा है। सत्ताधारी बीजेपी से लेकर सभी राजनीतिक दल महापर्व की तैयारी में जुट गए हैं। बीजेपी फिर से पीएम मोदी को 2019 में इसी भूमिका में देखना चाहती है। वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस सत्ता में वापसी चाहती है। सभी एक दूसरे पर हावी रहना चाहते हैं। चुनाव के मद्देनजर ही तृणमूल कांग्रेस और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) ने पीएम नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ 201 9 से पहले बिगुल फूंक दिया है।

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव ईस्ट 2018 में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, टीएमसी के सांसद काकोली घोष दस्तीदार और सीपीएम नेता हलीम ने शिरकत की। वहीं बीजेपी की तरफ से हिमंत शर्मा शामिल हुए तीनों ही दलों के नेताओं ने कहा कि 201 9 की लड़ाई विचारधारा पर लड़ी जाएगी। लेकिन तीनों राष्ट्रीय महागबंधबंधन बनाने पर सहमत नहीं हुए। हालांकि सभी इस बात को दोहराते रहे कि गठजोड़ बनाने में विचार किए जाने हैं।

हालांकि, बीजेपी के विधायक हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा है कि बीजेपी पूर्वोत्तर में 25 सीटों में से 1 9 जीत जाएगी। वहीं, बीजेपी पर पूर्वोत्तर में लोगों के जनादेश को अनदेखा करने और बहुमत न होने के बावजूद सरकार बनाने का आरोप लगाया गया था।

कार्यक्रम में आए रणदीप सुरजेवाला ने कहा, “बीजेपी लोगों से मुलाकात करने की बजाए अपनी आकांक्षाओं की मांग कर रही है, वे बैकरूम में बहुमत पाने के तरीके खोज रहे हैं। इस तरह लोकतंत्र बदनाम हो रहा है। उन्होंने कहा, जनता मोदी के लिए वोट करेगी।” रणदीप सुरजेवारा ने कहा कि, हम सबका दुश्मन एक ही है तो हमें उससे लड़ने के लिए एक साथ आने की प्रत्येक पार्टी की जिम्मेदारी है।

आरोपों का जवाब देते हुए हिमंत शर्मा ने कहा, “पूर्वोत्तर को गलत तरीके से परिभाषित करना कुछ पार्टियों की संस्कृति का हिस्सा बन गया है। उन्होंने कहा, अगर कांग्रेस गठबंधन करती है तो ये प्योर गोल्ड माना जाएगा और अगर बीजेपी किसी के साथ आती है तो आर्टीफीसियल।”