सामूहिक योग कार्यक्रम आयोजित करने की सरकार की कवायद पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आज आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास कोई विचार नहीं है और नौटंकी से अपनी नाकामियों को छिपा रहे हैं।
सिंह ने ट्विटर ने पर कहा, ‘‘भारत सरकार द्वारा सामूहिक योग कार्यक्रम का तर्क समझ में नहीं आता? मोदी के पास विचार नहीं है और इस तरह की नौटंकी से अपनी नाकामियों को छिपाना चाहते हैं।’’
Don’t understand the logic of mass yoga events by GOI ? Modi running out of ideas and camouflaging his failures by such नौटंकी
— digvijaya singh (@digvijaya_28) June 10, 2015
उन्होंने कहा कि बेहतर स्वास्थ्य के लिए वह योग की सिफारिश करते हैं पर उन्हें यह समझ नहीं आ रहा कि इसे धार्मिक राजनीतिक मुद्दा क्यों बनाया जा रहा है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘40 साल से ध्यान प्रणायाम योग कर रहा हूं। अच्छे स्वास्थ्य के लिए मैं इसकी जोरदार हिमायत करता हूं। समझ नहीं आता कि इसे धार्मिक-राजनीतिक मुद्दा क्यों बनाया जा रहा है ?’’
भाजपा नेतृत्व वाली राजग सरकार ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर राजपथ पर एक बड़ा आयोजन करने की योजना बनायी है।
बहरहाल, इस मुद्दे पर उस समय विवाद उत्पन्न हो गया जब आॅल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड समेत कई अल्पसंख्यक संगठनों ने स्कूलों में अनिवार्य योग क्लास का विरोध किया। इसके बाद सरकार को कल सफाई देनी पड़ी कि 21 जून को अंतरराष्ट्रीय दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सेदारी ‘‘अनिवार्य’’ नहीं है।