हिंदू पौराणिक कथाओं पर लिखने वाले मशहूर लेखक देवदत्त पटनायक द्वारा मंगलवार (4 मार्च) को किए गए एक ट्वीट पर लोगों ने आपत्ति जताई। पटनायक ने राजनेताओं द्वारा हिंदू-मुस्लिम के नाम पर लोगों को बांटने पर प्रहार करते हुए लिखा, ”एक समय था जब हिंदू लोग, हिंदू देवी-देवताओं के बारे में मजाक कर सकता था। हमारे भगवान भी हंसते थे। आज हम ऐसा नहीं कर सकते। इससे हमारे राजनेताओं को दिक्कत है। इस्लाम एक बेंचमार्क बन गया है।” इसपर जब सबीना बाशा ने कहा कि ‘यह वाक्य इस्लामोफोबिया से डराता है। यह इंसान आसानी से इसे फैला रहा है।’ इसके जवाब में पटनायक ने लिखा, ”इस्लामोफोबिया एक अकादमिक झूठ है तो बहुत सारे लोग मानते हैं कि हिंदूफोबिया भी होना चाहिए, बराबरी के नाम पर।” कुछ दिन पहले ही जाने-माने वकील प्रशांत भूषण ने भगवान कृष्ण को लेकर एक ट्वीट किया था, जिसपर भारी विवाद हुआ था। उनके खिलाफ एफआईआर कराई गई, प्रशांत ने माफी मांगी और अपना ट्वीट डिलीट कर दिया था।
पटनायक बीफ को बैन करने या किसी के खाने की च्वॉइस पर कानून के खिलाफ भी हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है, ”मैंने सुना: दुनिया में एक भी हिंदू आतंकवादी नहीं हैं, सिर्फ शाकाहारी आतंकवादी हैं। मीडिया जान-बूझकर दोनों के बीच में कंफ्यूज कर देता है।” पटनायक लिखते हैं, ”मुझे बताया गया है कि हिंदुओं ने कभी धर्मांतरण में यकीन नहीं किया। तो फिर लोग कानून के जरिए लोगों के खाने की आदतें क्यों बदलना चाहते हैं?”
देवदत्त पटनायक पेशे से डॉक्टर हैं, मगर धार्मिक विषयों और पौराणिक कथाओं को नए अंदाज में पेश कर उन्होंने साहित्य जगत में अपनी पहचान बनाई है। पटनायक एक हिंदी चैनल के कार्यक्रम ‘देवलोक विद देवदत्त पटनायक’ में भी नजर आते हैं। उड़ीसा में जन्मे और मुंबई में पले-बढ़े पटनायक ने 14 साल तक डॉक्टरी की। आज वे एक लीडरशिप कंसल्टेंट और मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज के कल्चर कंसल्टेंट भी हैं।
पटनायक 2009 में TED द्वारा आयोजित की गई कॉन्फ्रेंस में बतौर स्पीकर शामिल हुई थे। उन्होंने अब तक ‘मिथ = मिथ्या, माय गीता, बिजनेस सूत्र, द प्रेग्नेंट किंग और जया: एन इलस्ट्रेटेड री-टेलिंग ऑफ द महाभारत, शिखंड़ी जैसी किताबें लिखी हैं।
https://twitter.com/devduttmyth/status/849137466087018497
https://twitter.com/devduttmyth/status/849160501569495041
कई यूजर्स ने पटनायक के इस ट्वीट से असहमति जताई। देखें लोगों ने क्या कहा:
Exhibit 2: How many times you blamed "Hinduism" for any beef lynching, murder, bomb blast? Never? But you just blamed ISLAM. ?
— Adil (@SayyAdilRas) April 4, 2017
Exactly the behaviour shown by insecure , self proclaimed intellectual , who acted as elite nobles after independence justifies your saying.
— Desh ki Dhadkan (@FutureBharatiya) April 4, 2017
Right to equality is the most fundamental of the liberal values. Notwithstanding if it is to get the equal rights to do something illiberal.
— Saurabh Kumar (@saurabh_kum) April 4, 2017
absolutely true…taliban is d ideal state 4 hindutva fanatics. They dream of state were they can behead ppl.4 blasphemy
— Sudeep Kapoor (@KapoorSudeep) April 4, 2017