मुस्लिम धर्मगुरुओं ने मांग की है कि उत्तर प्रदेश सरकार वर्ष 2013 के मुजफ्फरनगर दंगा मामले के संबंध में 10 लोगों के बरी होने के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील दायर करे। उत्तर प्रदेश जमियत उलेमा ए हिंद के उपाध्यक्ष मौलाना जमालुददीन कासमी ने रविवार को कहा कि कई धर्मगुरुओं ने शनिवार को यहां बैठक की और अभियोजन द्वारा ‘‘खराब पैरवी’’ पर चिंता व्यक्त की क्योंकि इसके कारण 2013 मुजफ्फरनगर दंगों के दौरान एक महिला और एक लड़के की हत्या के संबंध में दस लोग बरी हो गये।

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘उन्होंने यह भी मांग की कि उत्तर प्रदेश सरकार 10 लोगों के बरी होने के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील दायर करे।’’ पांच फरवरी को मुजफ्फरनगर की एक अदालत ने लांक गांव में 30 साल की एक महिला और दस साल के एक लड़के को जलाकर मारने की घटना में सबूतों के अभाव में 10 लोगों को बरी कर दिया था।