दारूल उलूम वक्फ देवबंद के मुफ्ती मौलाना मोहम्मद आरिफ कासमी ने कहा कि उलेमा-ए-दीन ने देश की आजादी और राष्ट्रीय झंडे के लिए आगे बढ़कर कुर्बानियां दी हैं। मुफ्ती आरिफ ने कहा कि भारतीय मुसलमान अपने हम वतन दूसरे नागरिकों की तरह तिरंगे और राष्ट्रगान से सच्ची मुहब्बत करता है और मरते दम तक ऐसा करता रहेगा। यह उसका फर्ज है।
मुफ्ती आरिफ खान ने कोलकाता के मटियाबुर्ज क्षेत्र स्थित तालकपुकुर आरा मदरसे के उस्ताद काजी मासूम अख्तर के साथ की गई मारपीट और बदसलूकी की कड़े शब्दों में निंदा की और रोष जताया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने तुलबा (छात्रों) को राष्ट्रगान सिखाने से नाराज होकर शिक्षक काजी मासूम अख्तर के साथ दुर्व्यवहार किया। उन लोगों को कानून के मुताबिक सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए।
दारूल उलूम के वरिष्ठ उस्ताद आरिफ कासमी और मौलाना अब्दुल्ला जावेद ने कहा कि भारतीय मुसलमानों की देश भक्ति सभी संदेहों से परे है। मुसलमान भारत भूमि में जन्मा है, पला बढ़ा है और उसी में मृत्यु के बाद दफन भी होगा। उन्होंने कहा कि देश में कुछ लोग साजिश के तहत मुसलमानों और खासकर उसके मजहबी नेतृत्व की छवि बिगाड़ने का काम कर रहे हैं। मुसलमान ऐसी किसी भी साजिश को सफल नहीं होने देगा।
