उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने मंगलवार (23 जुलाई, 2019) को लिखित जवाब में विधानसभा में बताया कि साल 2013 में मुजफ्फरनगर दंगे में मारे गए दो मुस्लिम युवकों में से एक चरित्रहीन था, जिसके शादीशुदा महिला से अवैध संबंध थे। सीएम योगी ने मुजफ्फरनगर दंगों के समय 9 सितंबर, 2013 को नवाब और शाहिद नाम के दो युवकों की हत्याओं पर सपा विधायक इरफान सोलंकी के एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी।
बाद में उनके भाई वहाब की हत्या इस साल 11 मार्च को हत्या कर दी गई जो हत्या का मुख्य गवाह था। वहाब दंगों के शुरुआती मामलों के शिकायतकर्ता था, जिसकी मुजफ्फरनगर के खतौली में दिन दहाड़े हत्या कर दी गई। विधानसभा में सोलंकी ने यह भी पूछा था कि मुजफ्फरनगर दंगों के मामलों में गवाहों की सुरक्षा करने के बारे में यूपी सरकार क्या कर रही है।
सपा विधायक के सवाल के जवाब में सीएम योगी ने लिखित में मुजफ्फरनगर एसएसपी से डीजीपी को मिली रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा, ‘2013 में उन दो भाईयों की हत्या किसी भी तरह से दंगों से जुड़ी नहीं थी।’ सीएम ने कहा, ‘जांच में सामने आया कि नवाब और शाहिद दूध बेचते थे और इसलिए लोगों के घरों में जाते थे। नवाब बदचलन और चरित्रहीन था। ऐसा व्यक्ति जिसके कृष्णपाल की पत्नी से अवैध संबंध थे। जांच में नवाब और शाहिद के दुर्व्यवहार की पुष्टि हुई और आरोपी से पूछताछ में सच्चाई का पता चला।
सीएम योगी ने आगे कहा कि मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है और पांच आरोपियों ने इस साल मार्च में कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। योगी ने आगे कहा कि उन्होंने मुजफ्फरनगर में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को केस से जुड़े सभी गवाहों को सुरक्षा मुहैया कराने के आदेश जारी किए हैं।

