ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना सज्जाद नोमानी ने बीजेपी की अगुवाई वाली एनडीए सरकार पर नागरिकों के ऊपर ‘हिंदुत्व’ थोपने का आरोप लगाया है।
नोमानी ने सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि, “लोगों को सूर्य नमस्कार और योग करने के लिए बाध्य करना, वंदे मातरम् गाने को अनिवार्य करना लोगों पर हिंदू संस्कृति थोपना है।”
उन्होंने आगे कहा कि 24-25 फरवरी को मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ग्रेटर मुंबई के पास के शहर मुंब्रा में ‘सेव फेथ सेव कान्स्टिटूशन’ नाम से दो दिन का सम्मेलन करने जा रहा है। जिससे देशव्यापी स्तर पर लोगों को जागरुक किया जायेगा। अगर भाजपा सरकार छात्रों और सरकारी नौकरीपेशा लोगों को हिंदू परंपरा से जुड़े योग और सूर्यनमस्कार करने के लिए बाध्य कर रही है तो सरकार को उन्हें ‘नमाज’ पढ़ना भी सिखाना चाहिए।
हम योग के खिलाफ नहीं हैं लेकिन योग-अभ्यास हिंदू परंपरा का अंग है। अगर सरकार लोगों को योग करना सिखा रही है तो सरकार उन्हें नमाज पढ़ना भी सिखाये।
नोमानी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार की सारी नीतियां संविधान के खिलाफ हैं। भाजपा सरकार संविधान के साथ खेल रही है जिसके कारण देश के लोकतांत्रिक-धर्मनिरपेक्ष तानेबाने को परेशानी हो रही है। एक सोची समझी साजिश के तहत विभिन्न जाति और धार्मों पर हिंदुत्व थोपा जा रहा है। इस समय देश के अल्पसंख्यक समूह, बामसेफ और दूसरे संगठनों को सरकार पर न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत काम करने के लिए दबाव बनाना चाहिए।