वक्फ कानून को लेकर मुर्शिदाबाद के बाद अब पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले से भी हिंसा की खबर है। यहां उपद्रवियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दी है। इस बीच राज्य में हुई हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि हर धर्म और जाति के व्यक्ति को प्रदर्शन का अधिकार है लेकिन कानून अपने हाथों में मत लीजिए। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से कहा कि कुछ लोग आपको भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं, उनकी तरफ ध्यान मत दीजिए।
न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार, ममता बनर्जी ने कहा, “धर्म के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। धर्म का अर्थ है भक्ति, स्नेह, मानवता, शांति, सौहार्द, संस्कृति, सद्भाव और एकता। मनुष्य से प्रेम करना किसी भी धर्म की सर्वोच्च अभिव्यक्तियों में से एक है। हम अकेले पैदा होते हैं और अकेले मरते हैं; तो फिर लड़ाई क्यों? दंगे, युद्ध या अशांति क्यों? याद रखें, अगर हम लोगों से प्यार करते हैं तो हम सब कुछ जीत सकते हैं। लेकिन अगर हम खुद को अलग-थलग कर लेंगे, तो हम किसी को भी नहीं जीत पाएंगे। अगर किसी पर हमला होता है – चाहे वह उपेक्षित हो, उत्पीड़ित हो, वंचित हो, हाशिए पर हो या किसी भी धर्म से हो – हम सभी के साथ खड़े हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “हर किसी को अनुमति लेकर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने का अधिकार है। लेकिन मैं सभी से अपील करती हूं कि चाहे वे कोई भी हों – कानून को अपने हाथ में न लें। हमारे पास कानून के रखवाले हैं; हमें उन लोगों की जरूरत नहीं है जो कानून से बाहर काम करते हैं। इसलिए मेरा अनुरोध है कि जब कोई आपको भड़काने की कोशिश करे, तो उसके झांसे में न आएं। जो लोग उकसावे के बीच भी अपना मन शांत रखते हैं, वही असली विजेता होते हैं। यही असली जीत है…”
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मुर्शिदाबाद में कैसे हैं हालात?
मुर्शिदाबाद में ANI से बातचीत में धुलियान निवासी प्राजक्ता दास ने कहा कि हालात बहुत खराब हैं। हम शांति और सुरक्षा चाहते हैं और हम यह जानना चाहते हैं कि यह स्थिति क्यों पैदा हुई। हम यहां केंद्रीय बलों का एक स्थायी शिविर चाहते हैं ताकि ऐसी स्थिति दोबारा न हो।
धुलियान की एक और निवासी खुशबू दास ने बताया कि उनकी दोनों दुकानें और घर जला दिए गए। सब कुछ तोड़फोड़ दिया। उन्होंने कहा कि हमने आग बुझाने के लिए पुलिस और फायर ब्रिगेड को फोन किया, लेकिन किसी ने हमारा फोन नहीं उठाया। हम यहां एक स्थायी कैंप (बीएसएफ का) चाहते हैं ताकि ऐसी घटना दोबारा न हो। हम यहां शांति से रहना चाहते हैं।
बीजेपी ने क्या कहा?
भाजपा सांसद समिक भट्टाचार्य ने कहा कि हिंदुओं के घर जलाए जा रहे हैं और हिंदू माताओं-बहनों पर अत्याचार किया जा रहा है। पुलिस की गाड़ियों में आग लगाई जा रही है। खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ईद-उल-फितर के दिन मंच से कहा था कि हम यहां वक्फ संशोधन विधेयक लागू नहीं होने देंगे। टीएमसी नेताओं ने वक्फ की संपत्ति हड़प ली है। क्या पश्चिम बंगाल में हिंदू का जन्म लेना अपराध है?
बीएसएफ अधिकारियों ने हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया
BSF के सीनियर अधिकारियों ने सोमवार को हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया और लोगों को शांति बहाल करने तथा उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक सहायता का आश्वासन दिया। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के एक बयान के अनुसार, अतिरिक्त महानिदेशक (पूर्व) रवि गांधी पहले मालदा पहुंचे और हिंसा प्रभावित इलाकों का गहन दौरा किया, उनके साथ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के महानिरीक्षक करणी सिंह शेखावत और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी थे। टीम ने पीड़ितों और स्थानीय निवासियों से बातचीत की और उन्हें बल के पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।