प्रतीप आचार्य, नयोनिका बोस

मुंबई में बन रही देश की सबसे चौड़ी सिलिंड्रिकल टनल के अंदर से होकर जाने में 3 मिनट और बीस सेकंड लगेंगे। मरीन ड्राइव से ब्रीच कैंडी तक 2.07 किमी लंबी सुरंग का उद्घाटन फरवरी के दूसरे हफ्ते में होने की संभावना है। 13 जनवरी को इंडियन एक्सप्रेस ने व्यस्त दोपहरी में इस सुरंग से होकर एक विशेष ड्राइव-थ्रू किया और 3 मिनट और 20 सेकंड में उसको पार किया। इसका कुछ हिस्सा समुद्र और कुछ पहाड़ी के नीचे है। रोड पर लगभग 6 किमी की दूरी तय करने में कम से कम 30 मिनट लगते हैं और मोटर चालकों को सात यातायात सिग्नल पार करनी पड़ती है।

मुंबईवासियों को टोल-फ्री सुरंग से गुजरने में समय और ईंधन बचेगी

इसके शुरू होने के बाद मुंबईवासियों को टोल-फ्री सुरंग से गुजरने में समय और ईंधन की बचत होगी। ये टनल गिरगांव (मरीन ड्राइव के आगे) से शुरू होती हैं, उत्तर में अरब सागर, गिरगांव चौपाटी और मालाबार हिल के नीचे से होती हुई हैं ब्रीच कैंडी के प्रियदर्शनी पार्क पर खत्म होगी। इसके बनाने में 12,721 करोड़ रुपये की लागत आई है। इसे बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) बना रहा है। यह 10.58 किमी की हाई-स्पीड मुंबई तटीय सड़क परियोजना (MCRP) का हिस्सा हैं।

MCRP का लक्ष्य पीक ऑवर्स में ट्रेवल टाइम को कम करना है

मरीन ड्राइव को बांद्रा-वर्ली सी लिंक से जोड़ने जा रही एमसीआरपी का लक्ष्य पीक ऑवर्स के दौरान कुल यात्रा समय को लगभग एक घंटे से घटाकर 10 मिनट से थोड़ा कम करना है। इस एमसीआरपी परियोजना में मरीन ड्राइव को टोल-फ्री फ्री-वे के माध्यम से उपनगरीय दहिसर से जोड़ने की योजना है। इससे शहर के पश्चिमी तट तक अधिकतम हिस्से को निर्बाध कनेक्टिविटी हो पाएगी।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने 8 जनवरी को कहा था कि एमसीआरपी के लिए चल रहा निर्माण 31 जनवरी तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा था कि पूरा कॉरिडोर मई से पूरी तरह से चालू हो जाएगा। हालांकि यह परियोजना मौजूदा समय में करीब 84 प्रतिशत पूरी हो चुकी है, लेकिन ब्रीच कैंडी से मरीन ड्राइव तक सुरंग का कुछ काम अब भी बाकी है। इसमें केवल पेंटिंग, ट्रैफिक लाइट और साइनेज बनाने जैसे काम शामिल हैं।

अधिकारियों ने कहा कि व्यस्त समय में यातायात की सुविधा के लिए एमसीआरपी शुरू में सोमवार से शुक्रवार तक केवल सुबह 8 बजे से रात 8 बजे के बीच चालू रहेगी।

सुरंगों का दक्षिणी रैंप चर्नी रोड पर हिंदू और इस्लाम जिमखानों के बीच शुरू होता है। आगे जाकर, कट और कवर रैंप बेलनाकार सुरंग के साथ विलीन हो जाते हैं और अरब सागर के नीचे उत्तर की ओर बढ़ते हुए प्रियदर्शिनी पार्क पर समाप्त होते हैं। 11 मीटर के व्यास के साथ जुड़वा सुरंगें देश की सबसे चौड़ी बेलनाकार सुरंगें हैं जिन्हें टनल बोरिंग मशीन (TBM) का उपयोग करके दो वर्षों में खोदा गया था।