मुंबई हमले के दस साल बाद, 26 नवंबर( 2018) की शाम गेट वे ऑफ इंडिया पर उस ख़ौफनाक रात को याद करते हुए तमाम नेता और कलाकार इस बात पर सहमत थे कि एकता ही हमारी ताकत है और यही आतंकियों के घृणा तथा भेदभाव फैलाने के मंसूबों का मुंहतोड़ जवाब भी है। सोमवार को ‘गेटवे ऑफ इंडिया’ पर आयोजित ‘इंडियन एक्सप्रेस’ और ‘फेसबुक’ के कार्यक्रम में मौजूद अभिनेता अमिताभ बच्चन और गीतकार जावेद अख्तर से लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस तथा केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल मौजूद थे। सभी हस्तियों ने एक बात को रेखांकित करते हुए कहा कि अगर मुंबई हमले के 10 साल बाद हमने कोई सीख ली है तो वो यह कि हमें हर पल चौंकन्ना रहना होगा और अपनी एकता के जरिए आतंकी मंसूबों को शिकस्त देनी होगी। कार्यक्रम में हमले में मारे गए लोगों के परिजनों को सम्मानित भी किया गया। इंडियन एक्सप्रेस ने तीन दिन में हमले से जुड़े 70 लोगों की दास्तान भी दुनिया के सामने पेश किया है। सबसे बड़ी बात कि उस मंजर से खौफजदा परिवार खुद की ताकत एकजुटता को ही बताते हैं।
कार्यक्रम में भारत की चुनौतियों और इससे निपटने के तरीकों का ज़िक्र करते हुए अमिताभ बच्चन ने कहा, ” हमारे भीतर एक मानव मूल्य का भाव है और हम इसे दूसरे के साथ साझा करने में सफल रहे हैं।” उन्होंने कहा, ” अगर कोई राष्ट्र एकता के सूत्र में बंधा नहीं है, तो वह राष्ट्र नहीं हो सकता।” “हर अक्षमता, भूख और गरीबी की चीख हमारे लिए शर्म का विषय है। हर घृणा और भेदभाव हमारे लिए हार है। क्योंकि, मौलिक तौर पर हम सभी संयुक्त हैं। हम सभी इंसान हैं और (इससे ज्यादा) कुछ नहीं।” बच्चन ने इस बात पर जोर दिया कि हमारी एकजुटता ही आतंकवाद को हरा सकती है।
उन्होंने कहा, ” आतंकवाद का मक़सद सिर्फ लोगों को जान से मारना नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य हमारी एकता और भाईचारे को ख़त्म करना है। कोशिश चल रही है कि दुनिया के सारे बच्चों को पीड़ितवाद की विचारधारा से जोड़कर मानसिक ग़ुलाम बनाया जाए। लेकिन, हमें ख़्याल रखना होगा कि भले हमने सीमाएं बना लीं और अपने-अपने देश बना लिए लेकिन यह प्लानेट एक ही है।” अमिताभ बच्चन के भाषण का वीडियो-
कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने 26/11 को न सिर्फ मुंबई या भारत पर अटैक बल्कि पूरी मानवता पर हमला करार दिया। मुख्यमंत्री ने कहा, ” बीते 10 सालों में हमने काफी कुछ सीखा है। हमारी पुलिस, नेवी और कोस्टगार्ड ने तटीय इलाकों की मुस्तैदी से रक्षा की है। तमाम क्षेत्रों में निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे हमारे लिए तीसरी आंख की तरह काम कर रहे हैं।” सीएम देवेंद्र फड़नवीस का वीडियो यहां देखें-
वहीं, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी जोर दिया कि लोगों को एक साथ मिलकर आतंक का मुक़ाबला करना होगा। उन्होंने कहा, “हम राजनीतिक रूप से इन (आतंकी) हमलों से नहीं निपट सकते। लेकिन इसका जवाब हम विकास से दे सकते हैं। जब हम सभी को भूखमरी से छुटकारा, जीवन-स्तर में सुधार और बुनियादी सुविधाएं मुहैया कारएंगे।”
कार्यक्रम में लोगों का अभिवादन करते हुए इंडिनयन एक्सप्रेस समूह के एग्जक्यूटिव डायरेक्टर अनंत गोयनका ने हमले के दिन ताज पैलेस होटल में कार्यरत 600 कर्मियों की सराहना की। इसके साथ ही उन्होंने कहा, “हममें से सभी को, कभी ना कभी एक मजबूत सोच के साथ विकल्प रखना होगा। हमें व्यक्ति होते हुए भी व्यापकता को ध्यान रखते हुए सोचना होगा कि चरमपंथ, सहिष्णु या नास्तिकवाद में से कौन सा रास्ता चुनें।” ‘इंडियन एक्सप्रेस समूह’ के एग्जक्यूटिव डायरेक्टर अनंत गोयनका के संबोधन का वीडियो-
सोमवार को 26/11 की 10वीं बरसी पर कार्यक्रम में जावेद अख़्तर, कौशिकी चक्रवर्ती, निति मोहन, राकेश चौरसिया, मयूरी उपाध्याय, मर्लिन डीसूजा, हर्षदीप कौर, राहुल देशपांडे, महेश काले, जावेद अली, अनी ड्रोल्मा, शिवम महादेवन और इनके साथ पुलिस और नेवी के बैंड्स ने अपनी प्रस्तुति दी। इस मौके पर फेसबुक इंडिया के पब्लिक पॉलिसी के डायरेक्टर अंखी दास ने मुंबई हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने बताया कि कैसे वर्तमान में तकनीक के जरिए महौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। दास ने कहा, ” यह (मुंबई हमला) शायद पहला ऐसा वाकया था जिसमें तकनीक के जरिए हमले का पूरा प्लॉट तैयार किया गया। जो तकनीक लोगों को जोड़ने का माध्यम बनती है, उसका इस्तेमाल फसाद के लिए किया गया। हमने (फेसबुक) ऐसे (भड़काऊ) 1 करोड़ 40 लाख कंटेंट (फेसबुक से) हटा दिए हैं। हम किसी भी सूरत में कट्टरता को बढ़ावा नहीं दे सकते।”
जावेद अख़्तर की कविताओं ने सभी को काफी प्रभावित किया। उन्होंने ‘मुंबई को सलाम’ नाम के शीर्षक से एक कविता पेश की। इस दौरान उन्होंने कहा, ” मुझे याद है हमले के बाद हम गेटवे ऑफ इंडिया पर एकत्र हुए थे। हम काफी गुस्से में थे। लेकिन, आपस में जुड़े हुए थे। मुंबई को कमर्शल राजधानी कहा जाता है, लेकिन मुंबई के लोगों ने दिखाया है कि उनका दिल सही जगह पर है।”
अपने इस तीसरे कार्यक्रम में इंडियन एक्सप्रेस ने मुंबई हमले के पीड़ित लोग और परिवारों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान ’26/11′ के बाद एक दशक के तमाम घटनाक्रमों को दर्शाने वाली एक किताब का अनावरण भी किया गया। कार्यक्रम का पूरा वीडियो ये रहा-