दो मुस्लिम नौजवानों ने मुंबई पुलिस के एक कॉन्सटेबल पर आरोप लगा है कि उसने उनसे पाकिस्तान चले जाने के लिए कहा और कस्टडी में उन पर बुरी तरह जुल्म ढाहे। घटना शनिवार सुबह बांद्रा पुलिस स्टेशन की बताई जा रही है। पुलिस आरोपों की जांच करवा रही है। फिलहाल पुलिस का कहना है कि उसने दोनों नौजवानों को हंगामा करने और एक पुलिसवाले की पिटाई के आरोप में पकड़ा था।
19 साल के आसिफ शेख और दानिश शेख का कहना है को शनिवार आधी रात के बाद दो बजे से सुबह 6.30 बजे तक थाने में उन्हें प्रताड़ित किया गया। इसकी वजह से आसिफ को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा और दानिश को भी चोट आई।
माहिम के रहने वाले दोनों लड़कों के आरोपों पर ज्वायंट कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) देवेन भारती का कहना है कि जोन नौ के डीसीपी इस मामले की जांच कर रहे हैं। जल्द ही चीजें सामने आ जाएंगी। भारती का कहना है कि लड़के अपने आरोप के पक्ष में कोई सबूत नहीं दे रहे हैं।
आसिफ ने बताया, ‘उन्होंने मुझे हथकड़ी पहना दी थी। मेरे कपड़े उतार दिए गए थे और आठ सिपाहियों ने मिल कर मुझे खूब मारा। वे टॉर्चर करने के लिए तेल लाने की बात कर रहे थे। मैं रो रहा था और उनसे रहम की भीख मांग रहा था। मैंने जब उनसे पीटने का कारण पूछा था तो वे और भड़क गए थे।’
वकील राहुल दांगले का कहना है, ‘आसिफ को छड़ी और बेल्ट से पीठ, कंधे और पैर पर पीटा गया। जहां उसकी पिटाई हुई उस कैमरे में सीसीटीवी नहीं लगा था। उसके कपड़े उतरवा दिए गए थे और टेबल से उसे बांध दिया गया था।’
फिटनेस सेंटर में काम करने वाले आसिफ का फिलहाल बांद्रा के भाभा हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डॉ. पी. जाधव का कहना है कि आसिफ की हालत अभी स्थिर है। उसकी पीठ पर चोट है। बाएं हाथ की एक अंगुली में फ्रैक्चर भी है।