उत्तर प्रदेश के डॉन मुख्तार अंसारी की मौत हो गई है। 60 साल की उम्र में उसने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है। मुख्तार के जाने के बाद हर कोई उसके परिवार के बारे में भी चर्चा कर रहा है। हर कोई जानना चाहता है कि आखिर इस डॉन के परिवार में कौन-कौन है, क्या अकेले मुख्तार ही जुर्म की दुनिया में एक्टिव था या फिर उसका परिवार भी पूरी तरह सक्रिय रहा?

मुख्तार अंसारी की शुरुआती जनरेशन थी, उसमें सारे पढ़े लिखे लोग थे। अंसारी के दादा डॉक्टर मुख्तार अहमद अंसारी तो एक स्वतंत्रता सेनानी थे। बताया जाता है कि महात्मा गांधी के साथ 1926 और 27 में उन्होंने काफी करीबी से काम किया था। वही अंसारी के नाना ब्रिगेडियर मोहम्मद उस्मान 1947 की लड़ाई में शहीद हुए थे। ऐसे में यूपी का ये डॉन एक देशभक्त परिवार से आता था जिनका जुर्म की दुनिया से कोई लेना-देना नहीं था। लेकिन बाद में जब परिवार बढ़ा होता गया और मुख्तार का प्रभाव बढ़ा, कई लोग जुर्म की दुनिया में भी आए और जेल तक गए।

मुख्तार अंसारी का जन्म 3 जून 1963 को गाजीपुर जिले में हुआ था। अंसारी के पिता का नाम सुभान अल्लाह अंसारी था और उनकी मां का नाम बेगम राबिया। इनके कुल तीन बेटे थे- सिबकतुल्लाह अंसारी, अफजाल अंसारी और मुख्तार अंसारी।

सिबकतुल्लाह अंसारी की बात करें तो वे खुद राजनीति में सक्रिय रहे हैं। दो बार के विधायक सिबकतुल्लाह को 2012 में सपा ने टिकट दिया था, इसके बाद 2017 के विधानसभा चुनाव में कौमी एकता दल की तरफ से लड़ते हुए भी उन्होंने जीत दर्ज की। सिबकतुल्लाह का एक बेटा हैज सुहेब उर्फ मन्नु अंसारी।

अफसल अंसारी की बात करें तो वे भी राजनीति एक माहिर खिलाड़ी माने गए हैं। पांच बार के विधायक और दो बार के सांसद अफसल साल 1985 से ही देश की राजनीति में सक्रिय चल रहे हैं। अपने शुरुआती करियर के दौरान उन्होंने सीपीआई की टिकट से पांच बार चुनाव जीता था, फिर 2004 में सपा से उन्हें टिकट मिला और वे लोकसभा पहुंचे। पिछले लोकसभा चुनाव में बसपा ने उन्हें टिकट दी और वे सांसद बन गए। वर्तमान में अफसल चार साल की जेल सजा काट रहे हैं, उनकी तीन बेटिया हैं।

खुद मुख्तार अंसारी की बात करें तो वो अपने परिवार में सबसे छोटा था। लेकिन अपराध की दुनिया में सबसे बड़ा नाम भी इसी ने किया। मुख्तार की पत्नी का नाम अफशां अंसारी है, उस पर भी कई केस दर्ज चल रहे हैं, पुलिस ने इस पर 75 हजार का इनाम तक घोषित कर रखा है। मुख्तार के दो बेटे हैं- अब्बास अंसारी और उमर अंसारी। 

अब्बास अंसारी भी राजनीति में अभी एक्टिव है और मऊ सीट से ही विधायक चल रहा है। पिछले विधानसभा चुनाव में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने उसे चुनावी मैदान में उतारा था। राजनीति के अलावा अब्बास निशानेबाजी में भी चैंपियन है और देश का प्रतिनिधित्व भी कर चुका है। अब्बास की पत्नी का नाम निखत है और दोनों का एक बेटा है। इस समय अब्बास अंसारी भी जेल में चल रहा है।

मुख्तार एक छोटे बेटे का नाम उमर अंसारी और वो 24 साल का है। उस पर भी हेट स्पीच का एक मामला चल रहा है और वो अभी फरार बताया जा रहा है।