भारत के सबसे अमीर उद्योगपति मुकेश अंबानी अब विश्व के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क से टकराएंगे। दोनों के बीच टक्कर का यह क्षेत्र होगा नवीकरणीय ऊर्जा का। इलेक्ट्रिक कारों में पहले ही अपनी पैठ बना चुके एलन मस्क अभी अपने ‘टेस्ला’ के कारोबार को यूरोप, एशिया और भारत में फैलाने में जुटे हैं। हालांकि, इसमें जल्द ही उन्हें मुकेश अंबानी का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, मुकेश अंबानी अपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के जरिए अब पारंपरिक जीवाश्म ईधन के क्षेत्र पर निर्भरता कम कर नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में उतरना चाहते हैं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने स्टॉक एक्सचेंज को हाल ही में जानकारी दी है कि वह अपने न्यू एनर्जी और न्यू-मैटेरियल बिजनेस को रफ्तार देने को तैयार है। कुछ जानकारों का कहना है कि O2C (Oil-to-chemical) बिजनेस को अलग करना इस दिशा की ओर उठाया गया कदम है। रिलायंस ने इसका ऐलान दो दिन पहले ही किया था।
अनुमानों के मुताबिक, बैट्री और नवीकरणीय ऊर्जा नए व्यापार के तौर पर उभर रहा है और अगले दशक में इसके 50 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। मीडिया रिपोर्ट्स में मॉर्गन स्टैनली की ओर से किए गए एक कैलकुलेशन के आधार पर दावा किया है कि रिलायंस आने वाले समय में इस उभरते हुए सेक्टर में 15 अरब डॉलर तक निवेश कर सकता है।
गौरतलब है कि अब तक जीवाश्म ईधन के क्षेत्र में उत्पादन करने वाली कंपनी के रास्ता बदलने में काफी मुश्किलें भी हैं। हालांकि, अगर रिलायंस की योजना सफल रही तो यह कंपनी को 2035 तक कार्बन न्यूट्रल (कार्बन उत्सर्जन संतुलित इकाई) बनने के लक्ष्य के करीब पहुंचाएगी। हालांकि, कुछ विश्लेषक इसे कंपनी का जुनूनी लक्ष्य करार देते हैं, क्योंकि रिलायंस का आधे से ज्यादा राजस्व जीवाश्म ईधन से जुड़े उत्पादन से ही आता है।