मुकेश अंबानी अपने बेटों और बेटी को भी कारोबार की दुनिया में ला चुके हैं। उनके छोटे बेटे अनंत अबानी अजकल चर्चा में हैं क्योंकि उन्हें रिलायंस न्यू सोलर एनर्जी का डायरेक्टर बनाया गया है। फरवरी में उन्हें रिलायंस ऑयल टु केमिकल का डायरेक्टर बनाया गया था। इतना ही नहीं वह जियो के बोर्ड में अडिशनल डायरेक्टर भी हैं। मुकेश अंबानी के बेटे आकाश और बेटी ईशा पहले से ही जियो को बोर्ड में हैं।

दूसरी ओर अनिल अंबानी के परिवार की बात करें तो उनके दो बेटे हैं। बड़े बेटे का नाम जय अनमोल और छोटे का नाम जय अंशुल है। यूके में पढ़ाई पूरी करने के बाद अनमोल को साल 2016 में रिलायंस कैपिटल के बोर्ड में शामिल किया गया। बाद में वह रिलायंस इन्फ्रा के डायरेक्टर भी बनाए गए थे लेकिन जल्दी ही इस्तीफा दे दिया। छोटे बेटे अंशुल ने भी न्यूयॉर्क से मैनेजमेंट की पढ़ाई की और अब वह भी रिलायंस कैपिटल के बोर्ड में हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक अब वह रिलायंस के डिफेंस बिजनस में बड़ी भूमिका अदा करने वाले हैं।

मुकेश और अनिल अंबानी की संपत्तियों में भारी अंतर
जब अंबानी भाइयों की बीच बंटवारा हुआ था तो दोनों की जॉइंट नेटवर्थ 7 अरब थी। आज स्थिति यह है कि अनिल अंबानी अरबपतियों की लिस्ट से बाहर हो गए और उनकी कंपनियां कर्जे में डूबी हैं। दूसरी तरफ मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 83 अरब डॉलर तक पहुंच गई है।

साल 2006 में जब यह तय हुआ था कि रिलायंस इन्फोकॉम का रिलायंस कम्युनिकेश नवेंचर लिमिटेड में मर्जर होगा तो कंपनी के शेयर 67 फीसदी उछल गए थे। इसके साथ ही अनिल अंबानी की नेटवर्थ 45 हजार करोड़ रुपये हो गई थी। उस वक्त मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 37 हजार करोड़ रुपये ही थी। हालांकि बाद में मुकेश अंबानी आगे निकल गए और दुनिया के पांचवें अमीर शख्स भी बन गए।

दोनों भाइयों में बंटवारे के बाद मुकेश के हिस्से में पेट्रोकेमिकल और इन्फ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी कंपनयां आईं। वहीं अनिल अंबनानी के पास आरकॉम, रिलायं कैपिटल, रिलायंस एनर्जी, रिलायंस नेचुरल रिसोर्सेज जैसी कंपनियां थीं। दोनों भाइयों की संपत्तियों में अंतर 2009 की आर्थिक मंदी के बाद आना शुरु हुआ। 2008 में अरबपतियों की लिस्ट में मुकेश पांचवें तो अनिल छठे नंबर पर थे लेकिन बाद में अनिल इस लिस्ट से बाहर हो गए। अनिल 2020 में ब्रिटेन की एक कोर्ट में कह चुके हैं कि वह दिवालिया हो गए हैं।