मध्य प्रदेश में नौकरशाहों और बीजेपी नेताओं की तकरार के बीच विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने हनी ट्रैप कांड को लेकर नौकरशाहों और राज्य में सत्तासीन कमल नाथ सरकार को निशाने पर लिया है। भार्गव ने प्रशासनिक अधिकारियों को देवपुरुष बताते हुए दावा किया उनके एक परिचित के पास हनी ट्रैप में लिप्त ऐसे देवपुरुषों के वीडियो भी रखे हैं। इसके साथ ही उन्होंने भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया है।
बीजेपी नेता भार्गव ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है, ‘मैंने अपने राजनीतिक जीवन में देखा कि यही अधिकारी मुख्यमंत्री के यहां उनके दरवाजे और दरबार में मनचाही पदस्थापना के लिए दरबारी बनकर बैठे रहते हैं। यही देवपुरुष जनता की गाढ़ी कमाई को लूट कर मधुपान करते हैं और फिर ट्रैप में फंसते हैं। तब जाकर वीडियो के बदले एक करोड़ रुपए तक देते हैं।’
इसलिए चुप रहा वरना खुलासा करताः उन्होंने पूछा, ‘यह पैसा कहां से आता है? ऐसे लगभग ऐसे 8 देवपुरुषों के वीडियो मेरे एक परिचित के पास हैं। मैं चाहता तो सब खुलासा करता लेकिन मैं यह नहीं चाहता कि यह गंदगी फैले और मेरा मध्य प्रदेश पूरे देश और दुनिया में कुकर्मी प्रदेश के रूप में जाना जाए। इस कारण मैं अभी तक चुप रहा।’
राजगढ़ कलेक्टर को लेकर गर्माया मामलाः भार्गव की यह प्रतिक्रिया तब सामने आई जब एक प्रशासनिक अधिकारी ने बीजेपी नेता बद्रीलाल यादव को राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता पर उनकी टिप्पणी के लिए फटकार लगाई गई थी। निधि पर सीएए विरोधी प्रदर्शन के दौरान एक बीजेपी कार्यकर्ता को पीटने का आरोप लगाया गया था। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया था। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमल नाथ के मीडिया कोऑर्डिनेटर नरेंद्र सलूजा ने कहा, ‘यदि उनके पास हनी ट्रैप का वीडियो है तो तत्काल जांच टीम को सौंप ना चाहिए, न कि अधिकारियों को धमकी देनी चाहिए।’