पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीनी सेना के बीच तनाव अब भी कम नहीं हुआ है। इसे लेकर पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एस वाई कुरैशी ने एक ट्वीट किया है। कुरैशी का कहना है कि अगर चीन को चिढ़ाना ही मकसद है तो ऐप बैन करने से कुछ नहीं होगा। चीनी दूतावास वाली सड़क का नाम दलाईलामा मार्ग कर दो। कुरैशी के यह ट्वीट करते ही यूजर्स उन्हें ट्रोल करने लगे और कहने लगे कि इतने संवेदनशील मसले पर आपसे ऐसी टिप्पणी की उम्मीद नहीं थी।
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त ने ट्वीट कर लिखा “आज मुझे यह मिला – अगर चीन को चिढ़ाना ही मक़सद है तो दिल्ली में जहाँ चीनी दूतावास है उस रोड का नाम दलाई लामा मार्ग रख दो, यह कदम 59 ऐप को प्रतिबंधित करने से ज़्यादा भीषण प्रतिक्रिया वाला होगा।” कुरैशी के इस ट्वीट पर एक यूजर ने लिखा “हैरान होता हूँ की ऐसे ऐसे नौकरशाह भी कांग्रेस ने रखे हुए थे जो सेंसलेस बात करते हो।” एक ने लिखा “सर इतने संवेदनशील मसले पर आपसे ऐसी टिप्पणी की उम्मीद नहीं थी।” एक ने लिखा “इस पूरे प्रकरण में दलाई लामा.. जिसे भारत में शरण मिली.. इतना मान सम्मान मिला उसकी चुप्पी शर्मनाक है।”
Received this good one today:
अगर चीन को चिढ़ाना ही मक़सद है तो
दिल्ली में जहाँ चीनी_दूतावास है उस रोड
का नाम *दलाई लामा* *मार्ग* रख दो,
यह कदम 59 ऐप को प्रतिबंधित करने से
ज़्यादा भीषण प्रतिक्रिया वाला होगा.— Dr. S.Y. Quraishi (@DrSYQuraishi) July 3, 2020
बता दें भारत और चीन के सैनिकों के बीच पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प हुई थी, जिसमें भारतीय सेना के 20 सैनिक शहीद हो गए थे। शुक्रवार को प्रधान मंत्री मोदी लद्दाख के निमू गए थे। यहां ओएम मोदी ने सैनिकों को संबोधित किया था।
इस दौरान मोदी ने कहा “आप जो सेवा करते हैं उसका मुकाबला पूरे विश्व में कोई नहीं कर सकता है। आपका साहस उस ऊंचाई से भी ऊंचा जहां आप तैनात हैं। आपकी भुजाएं उन चट्टानों से भी मजबूत है, आज आपके बीच आकर मैं इसे महसूस कर रहा हूं।”