कांग्रेस पर आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत की टिप्पणी का ‘राजनीतिक फायदा’ उठाने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए भाजपा नेता मीनाक्षी लेखी ने आज दावा किया कि मदर टेरेसा ने एक साक्षात्कार में स्वयं इस बात को स्वीकार किया था कि उनका कार्य लोगों को ईसाई धर्म में लाना है।
लेखी ने संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि ऐसी टिप्पणियों को राजनीतिक रंग से देने से बचा जाना चाहिए। उन्होंने इस मुद्दे पर कांग्रेस सदस्यों एवं कई अन्य नेताओं के बयानों पर आपत्ति व्यक्त की।
भाजपा सांसद ने कहा, ‘‘मेरी ज्योतिरादित्य सिंधिया, सोनिया गांधी और कई अन्य से आग्रह है कि आप जिस तरह से उन्हें बता रहे हैं, उस रूप में नहीं बताये।’’
उन्होंने दावा किया कि एक पुस्तक में मदर टेरेसा ने स्वयं कहा था कि वह लोगों को ईसाई धर्म में लाने के लिए काम करती हैं।
लेखी ने कहा कि कृपया मदर टेरेसा पर नवीन चावला की पुस्तक पढ़े जो कांग्रेस के वफादार रहे हैं और इसमें मदर टेरेसा ने साक्षात्कार के दौरान कहा कि कई लोग मुझे सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में भ्रमित करते हैं, मैं सामाजिक कार्यकर्ता नहीं हूं। मैं जीसस की सेवा में हूं और मेरा काम ईसाइयत का विस्तार करना और लोगों को इससे जोड़ना है।
गौरतलब है कि सरसंघचालक मोहन भागवत के उस बयान पर विवाद उत्पन्न हो गया है जिसमें उन्होंने कहा था कि गरीबों की सेवा के पीछे मदर टेरेसा की मंशा ईसाई धर्म में धर्मांतरण कराने की थी।
