लिंगभेद के मामले में भारत का स्‍थान पाकिस्‍तान और बांग्‍लादेश से भी पीछे है। संयुक्‍त राष्‍ट्र की ताजा रिपोर्ट में जारी की गई 188 देशों की सूची में भारत को 130वें स्‍थान पर रखा गया है, जबकि बांग्‍लादेश को 111वें और पाकिस्‍तान को 121वें नंबर पर रखा गया है। अगर दक्षिण एशियाई देशों की बात करें तो भारत की हालत सिर्फ अफगानिस्‍तान से थोड़ी बेहतर है, जो कि 152वें स्‍थान पर है।

रिपोर्ट में दिए गए ये आंकड़े बताते हैं, क्‍यों पीछे है भारत

भारत में 12.2 प्रतिशत महिला सांसद हैं, जबकि पाकिस्‍तान में 19.7 और बांग्‍लादेश में 20 फीसदी महिला सांसद हैं।

सेकेंड्री एजुकेशन के मामले में भी बांग्‍लादेश भारत से कहीं आगे है। भारत में सिर्फ 27 फीसदी महिलाएं ही सेकेंड्री एजुकेशन प्राइज़ कर पाती हैं, जबकि बांग्‍लादेश में यह आंकड़ा 34 प्रतिशत है।

कामकाजी महिलाओं की बात करें तो भारत में इनका प्रतिशत सिर्फ 27 फीसदी है, जबकि बांग्‍लादेश में 57 फीसदी महिलाएं कामकाजी हैं।

हालांकि, यूएन अधिकारियों का मानना है कि भारत में हालात सुधर रहे हैं। भारत में लिंगभेद का अनुपात सुधरा है। संसद में महिलाओं की संख्‍या ज्‍यादा हुई है, लेकिन उसे कई और क्षेत्रों में प्रगति करनी है।