केंद्र सरकार जल्द ही ड्रोन संचालन के लिए नए नियम लाने जा रही है। इसके तहत देश में यदि कोई भी व्यक्ति ड्रोन का इस्तेमाल करना है, तो उसे तय नियम प्रक्रिया का सख्ती से पालन करना होगा और अपना पंजीकरण भी सरकारी एजंसी के पास दर्ज कराना होगा। गृहमंत्री अमित शाह के मुताबिक देश में पहली बार ये नियम तैयार किए जा रहे हैं और इनकी मदद से ड्रोन संचालन की प्रक्रिया सुनिश्चित की जाएगी।
गृहमंत्री ने बताया कि इस तकनीक का प्रयोग देश में सीमा वर्ती इलाकों में तस्करी व मादक पदार्थ के प्रयोग को रोकने में भी किया जा सकता है। जल्द ही इन नियमों को जारी किया जाएगा। दुनियाभर में ड्रोन की नई-नई तकनीक सामने आ रही है। ड्रोन तकनीक की मदद से कोई भी व्यक्ति किसी भी राज्य या सीमा क्षेत्र में रहकर भी नए ड्रोन को चला सकता है। ड्रोन के संचालन की सही व्यवस्था नहीं होने की वजह से इसका खतरा भी बढ़ रहा है।
हाल ही में पंजाब और पाकिस्तान के आसपास भी इस तरह के ड्रोन पकड़े गए हैं। सुरक्षा एजंसियां भी मानती है कि ड्रोन अधिक अत्याधुनिक तकनीक है और तकनीक की मदद से ही ड्रोन को नियंत्रित किया जा सकता है। जानकारी के मुताबिक देश में अभी तक ड्रोन को किस स्तर तक संचालित किया जाए। ये नियम तय नहीं है।
इसके अतिरिक्त यह बाजार में भी बड़ी आसानी उपलब्ध है और आनलाइन मंच भी इसे उपलब्ध करा रहे है। मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि इस ड्रोन के लिए सभी राज्यों में बड़े ही सख्त नियमों की आवश्यकता है। ये नियम पुलिस पिस्तौल के लाइसेंस मिलने से भी अधिक विस्तृत और तकनीक के आधार पर होने चाहिए। इसी पर मंत्रालय काम कर रहा है।