Mohammad Anas alias Haji Chandrashekhar Azad: उत्तर भारत की दलित सियासत में तेजी से उभरता नाम और सांसद चंद्रशेखर आजाद की पार्टी ने जिस नेता को चुनाव लड़ाया था, वह कार चोर गिरोह का सदस्य निकला है। इस नेता का नाम मोहम्मद अनस उर्फ हाजी है। अनस ने उत्तर प्रदेश में हुए 2022 के विधानसभा चुनाव में चंद्रशेखर आजाद की पार्टी आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के बैनर पर मेरठ की किठौर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था। चुनाव में वह हार गया था।

मोहम्मद अनस की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर उसकी जो फोटो वायरल हुई है, उसमें चंद्रशेखर आजाद अपने कई साथियों के साथ अनस को भारी-भरकम फूलों की माला पहनाते हुए दिख रहे हैं। चंद्रशेखर आजाद लोकसभा चुनाव 2024 में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की नगीना सीट से चुनाव जीते हैं।

मोहम्मद अनस के बारे में पुलिस को जानकारी तब मिली जब दक्षिण-पश्चिमी दिल्ली पुलिस ने वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया। मोहम्मद अनस के साथ ही इस गिरोह के पांच अन्य सदस्यों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

लग्जरी कारें ही चुराते थे गिरोह के सदस्य

पुलिस ने 15 दिन तक अभियान चलाकर इस गिरोह के द्वारा चुराई गई पांच लग्जरी कारें बरामद की हैं। इन कारों में एक टोयोटा फॉर्च्यूनर, एक स्विफ्ट डिजायर और तीन मारुति ब्रेजा जैसी महंगी कारें शामिल हैं।

इनमें से टोयोटा फॉर्च्यूनर कार राजौरी गार्डन थाना क्षेत्र से, स्विफ्ट डिजायर बुध विहार थाना क्षेत्र से और मारुति ब्रेजा पंजाबी बाग और इंद्रपुरी से चोरी की गई थीं। पुलिस ने चोरों के पास से 5 फर्जी नंबर प्लेट, 17 डुप्लीकेट की, दो रिमोट की भी बरामद की हैं।

UP उपचुनाव से पहले चंद्रशेखर का मास्टरस्ट्रोक, अखिलेश-मायावती की बढ़ जाएगी टेंशन

कैसे देते थे चोरी की वारदात को अंजाम?

कार चोरी करने वाले गिरोह के सभी सदस्य बेहद शातिर हैं। उन्होंने आपस में बातचीत करने के लिए एक विशेष ऐप बनाया हुआ था और इसी के जरिए वे एक-दूसरे से बातचीत करते थे। पुलिस से पूछताछ के दौरान गिरोह के सदस्यों ने खुलासा किया कि वे लोग दिल्ली से लग्जरी कारें चुराते थे और जब चोरी की गई कारों को बेचने का सौदा किया जाता था तो मोहम्मद अनस मेरठ से दिल्ली आता था।

पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किए गए अन्य अभियुक्तों की पहचान पवन उर्फ ​​पन्नू, मुकीम उर्फ ​​मुक्की और मोहम्मद फरियाद उर्फ ​​फरी के रूप में हुई है। पन्नू और फरी पहले भी कार चोरी के 12 मामलों में शामिल रहे हैं। खबरों के मुताबिक, पन्नू और फरी सॉफ्टवेयर और मैकेनिकल उपकरणों का इस्तेमाल करना जानते हैं और इनकी मदद से महंगी कारों को निशाना बनाते थे।

ये शातिर चोर दिल्ली-एनसीआर से महंगी कारें चुराने के लिए साफ्टवेयर की मदद लेते थे जिससे कार का लॉक खुल जाता था। इसके बाद वे मोहम्मद अनस के साथ कारों को बेचने का सौदा करते थे। मोहम्मद अनस के कहने पर उसके लोग दिल्ली से कार लेकर मेरठ चले जाते थे।

पुलिस ने बताया कि दिल्ली में कार चोरी की घटनाएं बढ़ रही हैं और पिछले दो महीने में ही 30 कारें चोरी हुई हैं।