500-1000 रुपए के नोट बंद करने के ऐलान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार उस मुद्दे पर बोले। जापान में भारतीय समुदाय के लोगों के बीच अपने 26 मिनट के भाषण में पीएम मोदी ने काले धन के खिलाफ 31 दिसंबर के बाद भी कार्रवाई करने का संदेश दिया। मोदी ने कहा, ‘कुछ लोग सोचते हैं कि 30 दिसंबर के बाद कोई कार्रवाई नहीं होगी। तो आज में ऐलान करना चाहूंगा कि ये स्कीम पूरी होने के बाद कोई दूसरा आपको ठिकाने लगाने के लिए नहीं आएगा इसकी गारंटी मैं नहीं लेता। मैं इस बात को स्पष्ट मानता हूं कि बिना हिसाब के अगर कुछ भी आया हाथ, तो उसका देश जब से आजाद हुआ, उसका हिसाब चेक करने वाला हूं।’ इसके अलावा 500 और 1,000 के नोट बंद करने की घोषणा पर उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने यह अचानक नहीं किया। उन्होंने कहा कि सरकार इससे पहले कालेधन की घोषणा की योजना लेकर आई थी। पहले चरण में इसके तहत 67,000 करोड़ रुपए की घोषणा की गई।

प्रधानमंत्री मोदी ने जापान के लोगों से सीख लेने की बात भी की। मोदी ने कहा, ‘मैं अपने देश के लोगों को सलाम करता हूं। लोग चार से छह घंटे तक लाइन में खड़े हुए हैं लेकिन उन्होंने राष्ट्रहित में इस फैसले को स्वीकार किया जैसा कि 2011 की आपदा के बाद जापान ने किया था।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने लोगों के समक्ष आने वाली परेशानियों पर लंबे समय तक विचार किया लेकिन इसे गोपनीय रखना भी जरूरी था। इसे अचानक किया जाना था, लेकिन मुझे कभी यह नहीं पता था कि इसके लिए मुझे शुभकामनाएं मिलेंगी।’ मोदी ने कहा, ‘मैं प्रत्येक और हर भारतीय को सलाम करता हूं। कई परिवारों में शादियां हैं, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं, उन्हें असुविधा हो रही है, लेकिन उन्होंने फैसले को स्वीकार किया है।’

मोदी ने आगे कहा कि सरकार ने जो किया है वह किसी को परेशान करने के लिए नहीं है। उन्होंने कहा, ‘कुछ दिक्कतें हैं। मैंने ईमानदार लोगों को अपना पैसा जमा कराने के लिए 50 दिन का समय दिया है। लेकिन मैं साफ करना चाहता हूं कि यदि कुछ बेहिसाबी सामने आता है, तो आजादी के बाद का सारा रिकार्ड खंगालूंगा।’

गौरतलब है कि पीएम मोदी शुक्रवार को तोक्यो पहुंचे थे। वहां से शनिवार को वह जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ बुलेट ट्रेन में बैठकर कोबे गए थे। वहां पर उन्होंने कावासाकी का प्लांट देखा। वहीं पर जापान की मशहूर बुलेट ट्रेन बनती हैं। मोदी शनिवार रात को भारत वापसी के लिए निकल पड़े थे।

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