Rahul Gandhi: लोकसभा सचिवालय ने सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसदीय सदस्यता बहाल कर दी है। पिछले हफ्ते सुप्रीम कोर्ट ने आपराधिक मानहानि मामले में उनकी सजा पर रोक लगा दी थी। कांग्रेस चाहती है कि राहुल गांधी कल से शुरू होने वाली लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लें।

राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल करने पर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद ने जोशी मीडिया से बात करते हुए कहा, “स्पीकर ने आज फैसला लिया, हमने कानूनी प्रक्रिया का पालन किया है और सुप्रीम कोर्ट का आदेश मिलने के तुरंत बाद हमने इसे बहाल कर दिया है।”

इससे पहले कांग्रेस के नेताओं ने सदस्यता बहाल किए जाने में हो रही देरी पर सवाल उठाए थे। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने देरी पर सवाल उठाते हुए कहा था कि एक बार जब सुप्रीम कोर्ट ने सजा पर रोक लगा दी तो लोकसभा सचिवालय को अधिसूचना जारी करने में कोई समस्या नहीं है।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने किया स्वागत

लोकसभा सचिवालय की अधिसूचना जारी होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे समेत INDIA गठबंधन के नेताओं ने खुशी जाहिर करते हुए एक दूसरे को मिठाई खिलाई। राहुल गांधी मानसून सत्र के बचे हुए सत्र में संसद का हिस्सा होंगे, वह अविश्वास प्रस्ताव पर भी चर्चा में भाग लेंगे। 8-9 अगस्त को चर्चा होनी है और 10 अगस्त को पीएम मोदी लोकसभा में अपनी बात रखेंगे।

राहुल गांधी को 23 मार्च को लोकसभा सांसद के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था, जब गुजरात की एक अदालत ने उन्हें उनकी ‘मोदी उपनाम’ टिप्पणी पर मानहानि के मामले में दोषी ठहराया था और दो साल जेल की सजा सुनाई थी। दो साल और उससे अधिक की सज़ा एक विधायक को अयोग्य घोषित कर देती है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने राहुल गांधी की संसदीय सदस्यता बहाल करने के फैसले को ‘स्वागत योग्य कदम’ बताया। उन्होंने एक वीडियो भी ट्वीट किया जिसमें लोकसभा सचिवालय द्वारा राहुल गांधी की सांसद के रूप में अयोग्यता रद्द किए जाने के बाद वह विपक्षी नेताओं को मिठाई खिलाते नजर आ रहे हैं। सरकार पर निशाना साधते हुए खड़गे ने कहा, “उनके कार्यकाल का जो भी समय बचा है, बीजेपी और मोदी सरकार को विपक्षी नेताओं को निशाना बनाकर लोकतंत्र को बदनाम करने के बजाय सरकार पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और बेहतर काम करना चाहिए।”