कांग्रेस नेता राहुल गांधी मोदी सरनेम मामले में बुरे फंसे हुए हैं। अब इस मामले में चार जुलाई को राहुल गांधी को रांची कोर्ट में पेश होना होगा। इस मामले की वजह से राहुल गांधी की सांसदी जा चुकी है, उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगी हुई है। शुक्रवार को रांची कोर्ट ने राहुल को 15 दिन की मोहलत दी थी।

राहुल गांधी किस मामले में फंसे?

जानकारी के लिए बता दें कि इस मामले में राहुल गांधी को हाई कोर्ट से भी कोई राहत नहीं मिली थी। उनके वकीलों द्वारा तमाम तरह की दलीलें तो रखी गईं, लेकिन कोई सियासी फायदा नहीं हुआ। असल में गुजरात में राहुल गांधी के विवादित बयान को लेकर साल 2019 में उनके खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला दर्ज कराया गया था।

राहुल ने क्या बोला था?

अपने बयान में राहुल गांधी ने कहा था, ‘…ऐसा क्या है कि सभी चोरों के उपनाम मोदी है।’ कर्नाटक में आयोजित एक चुनावी जनसभा में दिए राहुल गांधी के बयान पर आपत्ति जताते हुए गुजरात बीजेपी के नेता और विधायक पूर्णेश मोदी ने आपराधिक मानहानि का केस दर्ज कराया था। इस मामले में दोषी को दो साल की कैद या जुर्माना या एक साथ दोनों की सजा का प्रावधान है।

कांग्रेस का बचाव में क्या तर्क?

पूर्णेश मोदी ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस बयान के जरिए किसी व्यक्ति विशेष को नहीं, बल्कि समूचे मोदी समुदाय के लोगों की भावनाओं को आहत किया है। अब इस मामले में राहुल के पक्ष में कई तर्क दिए गए हैं। उदाहरण के लिए जोर देकर कहा गया है कि इतनी कड़ी सजा दी गई है, असल में वो कोई इतना गंभीर अपराध नहीं है। हत्या, किडनैपिंग और रेप जैसे मामलों में ऐसी सजा होती है।

2024 का चुनाव, कांग्रेस की मुश्किल

राहुल भी विदेशी धरती से ये मुद्दा उठा चुके हैं और उनकी तरफ से बीजेपी पर हमला भी किया गया है। लेकिन अभी के लिए इस एक मामले की वजह से कांग्रेस के सामने बड़ी चुनौती खड़ी है। कांग्रेस जिस राहुल गांधी को पीएम उम्मीदवार बनाना चाहती है, इस केस समीकरण बदल दिए हैं।