वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने अपना पहला बजट पेश कर दिया है। अपने बजट में उन्होंने ग्रामीणों से लेकर शहरी लोगों का खासा ध्यान रखा है। उन्होंने मोदी सरकार में बेघरों को जल्द ही आवास मुहैया कराने को कहा है। वित्तमंत्री ने कहा कि गरीबों को 114 दिनों में घर बनाकर दे रहे हैं। अभी तक 24 लाख घर लाभार्थियों को सौंपे जा चुके हैं। इस साल फरवरी में पेश किए गए अंतरिम बजट को लेकर पीएम मोदी ने कहा था कि यह तो सिर्फ ट्रेलर है। ऐसे में पूर्ण बजट को लेकर जनता को सरकार से कई उम्मीदें हैं।

इस बजट की एक खास बात यह भी है कि करीब 49 साल बाद किसी महिला वित्तमंत्री बजट पेश किया है। इससे पहले साल 1970 में इंदिरा गांधी ने बजट पेश किया था। यहां क्लिक कर पढ़िए बजट से जुड़ी सारी खबरें- इसके अलावा इनकम टैक्स स्लैब से जुड़ी जानकारी के लिए यहां क्लिक करें

बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जिस टीम के भरोसे अपने काम को अंजाम दे रही हैं, उनमें के सुब्रमण्यम, सुभाष गर्ग, अजय भूषण पांडेय, जीसी मुर्मू, राजीव कुमार और अतनू चक्रवर्ती शामिल हैं। मोदी सरकार की आर्थिक पेचीदगियों को हल करने और नया रास्ता तैयार करने की जिम्मेदारी मुख्य रूप से इन्हीं के कंधे पर है। माना जा रहा है कि इन निर्मला सीतारमण के साथ-साथ इन लोगों के ऊपर वर्तमान सरकार की सबसे बड़ी चुनौती सुस्त होती अर्थव्यवस्था की रफ्तार है। पांच साल में सबसे ज्यादा सुस्त हुई अर्थव्यवस्था में जान फूंकने की चुनौती बनी हुई है।

हालांकि, इन सबके बावजूद हम आपको क्रमवार ढंग से इन शख्सियतों के बारे में संक्षेप में बताते हैं।

के सुब्रमण्यम: यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो से फाइनैंशल इकोनमिक्स में पीएचडी हासिल करने वाले सुब्रमण्यम ‘मुख्य आर्थिक सलाहकार’ हैं। इनके ऊपर बजट के माध्यम से अर्थव्यवस्था को धार देने की सबसे अधिक जिम्मेदारी है।

सुभाष गर्ग: फाइनैंस सेक्रेटरी और आर्थिक मामलों के सचिव गर्ग नॉर्थ ब्लॉक के पुरानी शख्सियत हैं। उन्होंने अपने सेवाकाल में कई बजट देखे हैं। लेकिन इस बार इनके सामने सुस्त होती अर्थव्यस्था, उपभोग के वस्तुओं की घटती मांग और प्राइवेट इनवेस्टमेंट में कमी जैसी चुनौतियां खड़ी हैं।

अजय भूषण पांडेय: रिवेन्यू सेक्रेटरी पांडेय की भूमिका AADHAAR के मामले बाखूबी देखी जा चुकी है। अब उन पर रिवेन्यू की जिम्मेदारी है।

जीसी मुर्मू: गुजरात कैडर के आईएएस मुर्मू व्यय सचिव हैं। वह इससे पहले फाइनैंस सर्विस और रिवेन्यू डिपार्टमेंट में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इनकी खासियत योजनाओं को लागू करने में कापी रही है।

राजीव कुमार: बैड लोन पर काबू करने और मोदी सरकार कि कई योजनाओं को धरातल पर उतारने में राजीव कुमार का काफी योगदान रहा है वर्तमान में राजीव फाइनैंशनल सर्विस सेक्रेटरी हैं।

अतनू चक्रवर्ती: 1985 गुजरात बैच के आईएएस अधिकारी अतनू चक्रवर्ती डीआईपीएएम सचिव हैं। पिछले साल इन्होंने विनिवेश के टारगेट को समय रहते पूरा किया था।