दिल्ली और यूपी समेत पूरे उत्तर भारत में लगातार हो रही बारिश से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली हुई है। मई आ गया लेकिन गर्मी का नाम और निशान नहीं है। इस बीच कुछ राज्यों पर मोका तूफान का खतरा मंडराने लगा है। मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया है। आईएमडी के मुताबिक, चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और इससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बना हुआ है।
मौसम विभाग ने कहा कि इसके असर से सोमवार (8 मई, 2023) को इस क्षेत्र के ऊपर कम दबाव का एक क्षेत्र बनने का अनुमान है। इसके चलते विभाग ने मछुआरों और जहाज एवं नौका चलाने वालों को रविवार से दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर के आसपास के क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी गई थी। नौ मई से दक्षिण-पूर्व एवं आसपास के मध्य बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर में जाने से बचने के लिए कहा है। विभाग के बुलेटिन में कहा गया है, “इसके बाद बंगाल की खाड़ी के मध्य में और उससे सटे उत्तरी अंडमान सागर की ओर इसके एक चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है।” आईएमडी के महानिदेशक जी. मृत्युंजय महापात्रा ने कहा, “कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद इसके मार्ग और तीव्रता का विवरण प्रदान किया जाएगा। मौसम की स्थिति पर नियमित रूप से नजर रखी जा रही है।”
पश्चिम बंगाल के इन इलाकों में बारिश की संभावना
पश्चिम बंगाल के उत्तर और दक्षिण 24 परगना, हुगली, बांकुड़ा, बीरभूम, हावड़ा, पुरबा मोदिनीपुर, पुरबा और पश्चिम बर्धमान में बिजली गिरने के साथ बारिश की आशंका है। पश्चिम बंगाल में तूफान को लेकर तैयार रहने को कहा गया है। पावर कटने की स्थिति में कोलकाता के सभी पुलिस स्टेशनों को जेनरेटर तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं। वहीं, आंध्र प्रदेश में भी तीन दिन का अलर्ट जारी किया गया है। यहां तीन दिन बारिश हो सकती है। इसके अलावा, ओडिशा के 18 जिलों में मोका तूफान का अलर्ट है, जबकि 9 जिलों में बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अंडमान और निकोबार की तरफ तूफान बढ़ सकता है और इस दौरान, 40-50 किलोमीटर से 60 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
मौसम विभाग ने आज दिल्ली में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाओं के साथ आंशिक रूप से बादल छाए रहने की आशंका जताई है। दिल्ली में पिछले 15 दिन से बादल छाए हुए हैं और छिटपुट बारिश हो रही है, जो साल के इस समय के दौरान दुर्लभ है।
इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के मेरठ, अमरोहा, गढ़मुक्तेश्वर, हापुड़, गुलावटी, संभल, मथुरा, हाथरस, रामपुर और कासगंज में बारिश हो सकती है। वहीं, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश के कारण पहाड़ी इलाकों में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं, बद्रीनाथ के कपाट खुल चुके हैं और यात्रा शुरू हो गई है। इस बीच यहां बर्फबारी का दौर जारी है, जिसके चलते रुक-रुक कर श्रद्धालु यात्रा कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में भी बर्फबारी की तस्वीरें सामने आई हैं। मई के महीने में यहां बर्फ गिर रही है।
