नरेंद्र मोदी सरकार देश भर में 60 से अधिक मीडिया यूनिट खोलने की तैयारी में है। यह प्लान सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने तैयार किया है। दिल्ली में जमे अफसरों को राज्यों में भेजकर उन्हें यूनिट के संचालन में लगाया जाएगा। कहा जा रहा है कि इन मीडिया यूनिट्स को खोलने के पीछे दो मुख्य मकसद हैं। पहला मकसद 2019 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कस्बों से लेकर गांवों तक केंद्रीय योजनाओं के बारे में प्रचार-प्रसार करना और दूसरा सरकार की नीतियों को लेकर स्थानीय मीडिया में आने वाली खबरों पर नजर रखकर दिल्ली हेडक्वार्टर को इनपुट भेजना।
मंत्रालय से जुड़े अफसरों के मुताबिक यह पहला मौका है जब राज्यों की राजधानी से इतर भी अन्य स्थानों पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने मीडिया यूनिट्स खोलने के पीछे खुद मंत्री स्मृति ईरानी का दिमाग बताया जाता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनका मानना है कि मीडिया यूनिट्स के जरिए सरकारी योजनाओं के बारे में आम जनता को सही तरीके से अवगत कराया जा सकता है। इसके अलावा केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में स्थानीय मीडिया के आधार पर फीडबैक लेने में भी सहूलियत होगी।
द इकॉनमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक भुज, रोहतक, सिलिगुड़ी, कोच्चि, कोरबा, मुजफ्फरनगर, सहित अन्य स्थानों पर मीडिया यूनिट्स खोलने की तैयारी चल रही है। ये सभी यूनिट्स आठ महीने तक मोदी सरकार की उपलब्धियों को बताने का अभियान शुरू करेंगी। स्मृति ईरानी ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास से मीडिया यूनिट्स के सिलसिले में बात भी की है।
सिर्फ यूपी में सात मीडिया यूनिट्स खुलनी हैं। ये हैं बरेली, मुरादाबाद, अलीगढ़, आगरा, मुजफ्फरनगर और प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस। तमिलनाडु, महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार और कर्नाटक में दो-दो सेंटर खुलेंगे। वहीं उत्तर-पूर्व में नौ यूनिट्स खुलेंगी। अधिकारियों ने कहा-आईबी मंत्रालय ने पहले से ही प्रस्तावित मीडिया इकाइयों को धन आवंटित कर चुका है। मीडिया यूनिट्स के जरिए लोकल टीवी चैनलों और स्थानीय अखबारों की खबरों पर नजर रखी जाएगी। इसका अपडेट भी दिल्ली भेजा जाएगा।