गृह मंत्री अमित शाह से शाहीन बाग प्रदर्शनकारियों की मुलाकात की खबरों का गृह मंत्रालय ने शनिवार को खंडन कर दिया। मंत्रालय ने कहा है कि गृह मंत्री से मुलाकात के लिए प्रदर्शनकारियों की तरफ से कोई अप्वायंटमेंट नहीं ली गई है। मंत्रालय ने कहा कि शाह से रविवार (16 फरवरी) दोपहर 2 बजे मुलाकात के लिए समय नहीं मांगा गया है, हमसे किसी ने भी अबतक संपर्क नहीं किया है। कहा जा रहा था कि महिलाओं का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार (16 फरवरी) दोपहर 2 बजे गृह मंत्री के आवास पहुंच सकता है।

शाह ने सीएए का विरोध करने वालों से बातचीत की पेशकश की जिसके बाद शाहीन बाग प्रदर्शनकारियों ने प्रस्ताव पर हामी भरते हुए इसे स्वीकार कर लिया। शाहीन बाग प्रदर्शनकारियों के एक वर्ग ने कहा है कि वह सरकार से बातचीत के लिए तैयार हैं लेकिन बुलावा भेजना सरकार का दायित्व है। प्रदर्शन स्थल पर मंच से एक वक्ता ने भी इस संबंध में घोषणा की।

शाहीन बाग में बीते दो महीने से संशोधित नागरिकता कानून (सीएए), राष्ट्रीय नागरिकता पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है। प्रदर्शनकारियों में अधिकतर महिलाएं हैं। हालांकि इस मुलाकात को लेकर शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों के बीच मतभेद बताए जा रहे हैं।

प्रदर्शनकारियों का एक गुट चाहता है कि महिलाओं का प्रतिनिधिमंडल गृह मंत्री से मुलाकात करे तो दूसरा गुट इसके खिलाफ बताया जा रहा है। कुछ प्रदर्शनकारियों ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनका कोई प्रतिनिधिमंडल नहीं है। जिन लोगों को संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी पर आपत्ति है वे उनके साथ जुड़े सकते हैं।

शाहीन बाग के आयोजकों में से एक सैयद अहमद तासीर ने कहा, ‘हम गृह मंत्री से मिलने को तैयार हैं, लेकिन उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे कितने लोगों से मिलना चाहते हैं।’ वहीं प्रदर्शनकारी मेहरुन्निसा ने कहा कि हम रविवार को गृह मंत्री के आवास की ओर मार्च करेंगे।