महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के विधायक सुदीन धवलीकर ने मंगलवार (4 फरवरी) को दावा किया कि गोवा सरकार के बैन के बावजूद मंत्री और विधायक कसीनो में अपना समय व्यतीत कर रहे हैं। विधायक ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने एक फरवरी को राज्य में कसीनों पर बैन लगा दिया है लेकिन नेता इस बैन की धज्जियां उड़ा रहे हैं।

राज्यपाल सत्य पाल मलिक के धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा था कि सरकार ने घोषणा की है कि वह स्थानीय लोगों को रोक देगी। कसिनो में स्थानीय लोगों का प्रवेश वर्जित किया जाएगा, लेकिन यह सबसे पहले विधानसभा से शुरू होना चाहिए। मंत्रियों, विधायकों, सरपंचों को कसिनो जाने की आदत को छोड़ना चाहिए।’ सीएम सावंत ने कहा था कि राज्य बिक्री कर आयुक्त को गेमिंग कमशीन के रूप में नियुक्त किया जाएगा, जो कसीनो इंडस्ट्री के लिए नियम बनाएंगे और विनिमय करेंगे।

सीएम ने ऐसा गोवावासियों को कसीनों की बुरी लत से दूर करने के लिया किया है। बहरहाल सीएम की अपील और बैन की धज्जियां उड़ाने पर धावलिकर ने मांग है कि गोवा में ‘मटका’ गैंबलिंग पर पर बैन लगाया जाना चाहिए। दिलचस्प बात यह है कि भाजपा विधायक और गोवा के पोर्ट मंत्री माइकल लोबो ने सोमवार को मांग की कि ‘मटका’ गैंबलिंग को वैध घोषित किया जाए और इस पर राज्य और जीएसटी जैसा टैक्स लगाया जाए।

बता दें कि कांग्रेस समेत कई राजनीतिक दल और गोवा के स्थानीय लोग राज्य में कैसिनो पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर रहे थे। उन्होंने आरोप लगाया था कि ये प्रतिष्ठान स्थानीय संस्कृति को विकृत कर रहे हैं और साथ ही परिवारों के लिए आर्थिक तबाही साबित हो रहे हैं। वर्तमान में, छह अपतटीय और एक दर्जन तटवर्ती कैसीनो गोवा में काम करते हैं।