प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल का मंत्रालय एक अजीब सी वजह से सुर्खियों में बना हुआ है। दरअसल स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री के मंत्रालय में आला अधिकारी लगातार इस्तीफा दे रहे हैं। यहां अतिरिक्त निजी सचिव जितेंदर के जाने के बाद, अब मंत्री के निजी स्टाफ ने इस्तीफा दे दिया है। अनुप्रिया के स्टाफ में कस्टम सर्विस ऑफिसर प्रतिमा सिंह, जो उनकी निजी सचिव थीं, इस्तीफा दे दिया है। मामले में आधिकारिक तौर पर पता नहीं चला सका है कि अधिकारी इस्तीफा क्यों दे रहे हैं। हालांकि माना जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री अफसरों से दिल्ली और उत्तर प्रदेश के बार-बार चक्कर कटवाती थीं, जिससे काम का दबाव काफी अधिक हो गया और अधिकारी इस्तीफा देने लगे।
बता दें कि इससे पहले केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल बीचएयू छात्रों की नाराजगी का सामना कर चुकी है। यहां छात्रों ने अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) अधिनियम के विरोध में मंत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारे लगाए। एक अधिकारी ने कहा कि केंद्र में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अनुप्रिया बनारस हिंदू विश्वविद्यालय परिसर में लक्ष्मण दास गेस्ट हाउस से बाहर निकल रही थीं, तभी प्रदर्शनकारियों ने उनके वाहन को घेर लिया। इनमें अधिकांश छात्र थे। प्रदर्शनकारी छात्रों ने एससी/एसटी एक्ट के तहत तत्काल गिरफ्तारी के प्रावधान को बहाल करने के विरोध में नारे लगाए।
मंत्री के सुरक्षाकर्मियों एवं उनके पति तथा प्रदर्शनकारियों के बीच तीखी बहस हुई। थोड़ी ही देर बाद छात्रों के एक दूसरे समूह ने मंत्री के वाहन को घेर लिया। उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार पर एससी-एसटी एक्ट को कमजोर करने का आरोप लगाया। मंत्री को अतिरिक्त पुलिस सुरक्षा में परिसर से बाहर ले जाया गया। अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल (एस) भाजपा की सहयोगी पार्टी है। (एजेंसी इनपुट)

