एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने आज कहा कि नियंत्रण रेखा के पार आतंकी शिविरों पर किये गये भारत के लक्षित हमले के मद्देनजर उनकी पार्टी सशस्त्र बलों एवं देश के साथ एकजुट है। हैदराबाद से लोकसभा सदस्य ओवैसी ने कहा, ‘‘हम अपने सशस्त्र बलों के साथ हैं..एमआईएम पार्टी पूरे देश एवं सशस्त्र बलों के साथ पूरी तरह से एकजुट है। हम किसी भी तरह के आतंकवाद के खिलाफ हैं।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें भारत एवं पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने की आशंका है, ओवैसी ने कहा, ‘‘ यह सरकार को विचार करना और देखना है कि क्या किया जाना चाहिए। हमें उम्मीद है कि हमारे देश के साथ अब कुछ और बुरा नहीं होगा।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के जम्मू कश्मीर के दौरे के बाद वहां सामान्य स्थिति बहाल होने में मदद मिली, ओवैसी ने कहा, ‘‘80 से अधिक मौत हो चुकी हैं, फिर भी स्थिति वैसी बनी हुई है।’’
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भारत ने अपनी तरह की पहली कार्रवाई में बीती रात नियंत्रण रेखा के पार स्थित सात आतंकी ठिकानों पर लक्षित हमले किए। सेना ने गुरुवार (29 सितंबर) को कहा कि इसके विशेष बलों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से भारत में घुसपैठ की तैयारी कर रहे आतंकवादियों को ‘भारी नुकसान’ पहुंचाया और अनेक आतंकी मारे गए। रक्षा सूत्रों ने बताया कि भारतीय सेना के विशेष बलों ने 28 और 29 सितंबर की रात लगभग पांच घंटे तक चले अभियान में नियंत्रण रेखा के पार स्थित सात आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। इस दौरान हेलीकॉप्टर सवार और जमीनी बलों का इस्तेमाल किया गया। सूत्रों ने बताया कि पीओके स्थित ये आतंकी ठिकाने नियंत्रण रेखा (एलओसी) से दो से तीन किलोमीटर के दायरे में थे और इन पर एक सप्ताह से अधिक समय से नजर रखी जा रही थी।
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केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा कि जम्मू कश्मीर में कुपवाड़ा और पुंछ से लगती नियंत्रण रेखा के पार पांच-छह ठिकानों को निशाना बनाया गया। उन्होंने कहा कि भारतीय पक्ष को कोई नुकसान नहीं हुआ। आतंकी हमलों के ताजा प्रयासों को रोकने के लिए की गई इस त्वरित कार्रवाई के बारे में सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की। यह कार्रवाई उरी आतंकी हमले के 11 दिन बाद की गई है।