Haryana News: साल 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव से पहले वेस्ट यूपी में सम्राट मिहिर भोज की जाति से जुड़े मुद्दे पर राजपूत और गुर्जर जातियों के लोग आमने-सामने आ गए थे। पिछले दिनों इसी विषय पर सहारनपुर में भी तनाव देखने को मिला। अब मिहिर भोज की जाति को लेकर विवाद का मसला हरियाणा पहुंच गया है और इस विवाद पर बीजेपी के नेता ही आमने-सामने आ गए हैं।
गुरुवार को हरियाणा बीजेपी में उस समय खलबली मच गई, जब कैथल में पार्टी के 35 नेताओं ने इस्तीफे की पेशकश कर डाली। ये सभी नेता 9वीं सदी के राजा मिहिर भोज के साथ गुर्जर शब्द लगाए जाने से नाराज थे। कैथल में पार्टी के अध्यक्ष द्वारा हाल ही में मिहिर भोज की एक प्रतिमा का अनावरण किया गया है। मिहिर भोज की प्रतिमा के अनावरण के समय गुर्जर समुदाय के नेताओं ने उनके लिए ‘गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज’ शब्द का इस्तेमाल किया।
राजपूत जाति से संबंध रखने वाले बीजेपी के नेताओं का कहना है कि मिहिर भोज के साथ ‘हिंदू सम्राट’ शब्द का इस्तेमाल ज्यादा बेहतर होता। गुरुवार को 35 भाजपा नेताओं में से कुछ ने आरोप लगाया कि एक दिन पहले जब वो कैथल में विरोध प्रदर्शन के लिए जुटे थे तो पुलिस ने उनपर लाठीचार्ज किया और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। इस घटना में दो-तीन प्रदर्शनकारियों के घायल होने की भी खबर है। इसके बाद राजपूत समुदाय के नेताओं ने विरोध में बीजेपी नेताओं का पूतला भी जलाया।
लोकल मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बीजेपी के जिन नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा देने की पेशकश की है, उनमें कैथल बीजेपी के किसान मोर्चा अध्यक्ष राजीव राणा, मंडल अध्यक्ष महिपाल राणा, कैथल बीजेपी इलेक्शन मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष डॉ. संदीप राणा ने पार्टी से इस्तीफा देने की पेशकश की है। इन नेताओं की मांग है कि कैथल के बीजेपी अध्यक्ष अशोक गुर्जर को उनके पद से हटा दिया जाए।
मिहिर भोज गुर्जर थे- बीजेपी विधायक
गुरुवार को मिहिर भोज की प्रतिमा के अनावरण के बाद कैथल के बीजेपी विधायक लीला राम गुर्जर ने कहा कि इस बात के पुख्ता प्रमाण हैं कि मिहिर भोज गुर्जर सम्राट थे। उन्होंने भारत पर तब शासन किया था जब इराक, ईरान, अफगानिस्तान और बर्मा भी देश का हिस्सा थे। राजपूत समाज के लोग आज इतिहास के साथ छेड़छाड़ नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि राजपूत हमारे भाई हैं लेकिन उन्हें भी टिप्पणी करते समय संयम बरतना चाहिए।
दूसरी तरफ राजपूत समुदाय के बीजेपी नेता महीपाल राणा ने कहा कि हमने सम्राट के नाम के आगे हिंदू सम्राट लिखने की मांग की थी न कि राजपूत सम्राट। जब तक प्रतिमा से गुर्जर शब्द नहीं हटाया जाएगा, हम अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि जिन गुर्जर नेताओं ने उनके साथ मामला सुलझाने की बात कही थी उन्होंने सुबह 7 बजे प्रतिमा का अनावरण किया।