माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक और अरबपति बिल गेट्स ने हाल ही में कहा कि भारत में इनोवेशन की स्पीड उनकी अपेक्षा से बेहतर है। उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत के एक विकसित राष्ट्र के रूप में उभरने से न केवल देश को बल्कि पूरे विश्व को भी लाभ होगा।

गेट्स ने गुरुवार को मुंबई में एक्सप्रेस अड्डा कार्यक्रम में इंडियन एक्सप्रेस समूह के एक्जिक्यूटिव डायरेक्टर अनंत गोयनका के साथ बातचीत में कहा, “अगर भारत 2047 प्लान के रास्ते पर बना रह सकता है तो यह सिर्फ़ भारत के लिए ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए फ़ायदेमंद होगा।” उन्होंने आगे कहा, फ़ैक्ट यह है कि आपके पास ह्यूमन फोर्स का 20 प्रतिशत हिस्सा है जो भागता है, लोकतांत्रिक चुनाव है और इसकी सभी प्राथमिकताएं तय होती हैं; स्वास्थ्य के लिए ज़्यादा पैसा, शिक्षा के लिए ज़्यादा पैसा- इस सबने एक बहुत अच्छी गतिशीलता बनाई है जहां आप अच्छे शासन में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं । “

बिल गेट्स ने कहा, “मुझे लगता है कि यह एक बेहतरीन स्थिति है, जब मुख्य बहस इस बात पर केंद्रित है कि विकास दर 5 प्रतिशत होगी या 10 प्रतिशत। मुझे नहीं लगता कि यह 10 प्रतिशत होगी लेकिन मुझे यह भी नहीं लगता कि यह 5 प्रतिशत से नीचे गिरेगी। यह एक बेहतरीन स्थिति है। यह एक ऐसी अवधि है जो महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करती है। आर्थिक विकास सरकार को स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा के लिए अधिक धन आवंटित करने में सक्षम बनाएगा।”

पढ़ें- देशभर के मौसम का हाल

बिल गेट्स ने कहा कि हम नौकरी करने के लिए पैदा नहीं हुए

इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान बिल गेट्स ने कहा कि AI मानव जीवन में बहुत बड़े बदलाव लाएगा और इस डर को खारिज कर दिया कि इससे नौकरियां खत्म हो जाएंगी। उन्होंने कहा, “हम नौकरी करने के लिए पैदा नहीं हुए हैं। नौकरियां सिस्टम में कमी का नतीजा हैं। हम प्रोडक्शन का एक ऐसा स्तर, पर्याप्त भोजन, पर्याप्त चिकित्सा देखभाल प्राप्त करने में सक्षम होंगे, जिसके लिए आज की तरह हर किसी को काम करने की आवश्यकता नहीं होगी।”

एआई द्वारा मानव जीवन को प्रभावित करने वाले सभी सकारात्मक तरीकों के बावजूद, गेट्स ने कहा कि वह अभी भी इस तकनीक से सामान्य रूप से डरते हैं। उन्होंने कहा, “अगर मेरे पास नियंत्रण होता, तो मैं शायद इसके विकास की गति को धीमा करना चाहता।”जलवायु परिवर्तन के बारे में उन्होंने कहा कि यह असंभव है कि विश्व 1.5 या 2 डिग्री तापमान वृद्धि को रोक सकेगा, लेकिन टेक्निकल इनोवेशन से पृथ्वी को बचाया जा सकेगा। पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स