बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने रविवार (21 अगस्त) को लोगों को आरएसएस और भाजपा के ‘सांप्रदायिक मंसूबों’ के खिलाफ चेताया और उनसे अपील की कि वे 2017 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में धैर्य न खोएं। मायावती ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि वह अल्पसंख्यकों को ‘खौफ’ में रखने के लिए गोहत्या और ‘लव जिहाद’ जैसे मुद्दे उठा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि मोदी सरकार ‘दलित विरोधी’ है।
केंद्र की राजग सरकार को ‘पूंजीपतियों की हितैषी’ करार देते हुए मायावती ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2014 के आम चुनाव से पहले लोगों से किए गए सारे वादे भूल गए हैं। कोठी मीना बाजार मैदान में आयोजित एक रैली में मायावती ने कहा, ‘विदेश से काला धन नहीं लाया गया है और न ही हर व्यक्ति को 15-15 लाख रुपए दिए गए हैं, जबकि यह वादा किया गया था।’
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत द्वारा हाल में दिए गए एक बयान का हवाला देते बसपा सुप्रीमो ने कहा – ‘आरएसएस प्रमुख चाहते हैं कि हिंदू दो से ज्यादा बच्चे पैदा करें। वे दो बच्चों के लालन-पालन की सुविधा तो दे नहीं सकते। उन्हें कौन देखेगा?’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘वे (भाजपा) झूठ और गलत वादों के आधार पर सत्ता में आए, लेकिन उनका काम न के बराबर है।’ मायावती ने उत्तर प्रदेश में सत्ताधारी समाजवादी पार्टी पर भी हमला किया और आरोप लगाया कि इस सरकार को ‘गुंडे चला रहे हैं ।’