रोहित वेमुला के मुद्दे पर संसद में चल रही बहस के दूसरे दिन शुक्रवार को भी बीएसपी सुप्रीमो मायावती और मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी आमने सामने आ गईं। रोहित की आत्महत्या की जांच करने वाले पैनल में दलित सदस्य के न होने का मामला उठाते हुए मायावती ने कहा कि वे मंत्री के इस मामले में दिए गए जवाब से संतुष्ट नहीं हैं। मायावती ने यह भी कहा कि अब स्मृति ईरानी अपना (सिर काटकर चढ़ाने का) वादा पूरा करें। इस पर स्मृति ने कहा, ”मेरे जवाब से संतुष्ट नहीं हैं तो सिर कलम करके ले जाने की हिम्मत है तो ले लेकर जाओ।”बता दें कि संसद में गुरुवार को इस मामले पर डिबेट के दौरान स्मृति ईरानी ने कहा था कि अगर मायावती उनके बयान से संतुष्ट नहीं हुईं तो वे अपना सिर काटकर उनके चरणों में रख देंगी।
Mere uttar se santusht nahi hain toh sar kalam karke le jaane ki himmat hai toh lekar jao-Smriti Irani to Mayawati in RS earlier today
— ANI (@ANI_news) 24 February 2016
मायावती ने शुक्रवार को कहा कि स्मृति ईरानी ने उनसे अलग से माफी मांगी थी। मायावती ने कहा कि बड़े होने के नाते उन्होंने कल माफ कर दिया था, लेकिन अब वे ऐसा नहीं करेंगी। इससे पहले, मायावती के पूछे गए सवाल के जवाब में स्मृति ईरानी ने कहा कि यह गलत है कि जांच कमेटी में दलित बिरादरी का कोई सदस्य नहीं था। स्मृति ने यह भी कहा कि रोहित की कोई फेलोशिप नहीं रोकी गई।
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