देश में लोकतंत्र के लिए एक आंदोलन शुरू करने की जरूरत पड़ सकती है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कही है। इस संबंध में उन्होंने एक ट्वीट करते हुए कहा, “वर्तमान समय में भारत का लोकतंत्र अनावश्यक प्रतिबंधों से सीमित है। जो कि अस्वीकार्य है और इसके लिए एक आंदोलन शुरू करना पड़ सकता है।” उनके इस ट्वीट पर कई यूजर्स ने भी प्रतिक्रियाएं दी हैं।
एक यूजर ने बीजेपी नेता के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए कहा कि इसे लोकतंत्र ना कहकर, भीड़तंत्र कहें। एक अन्य यूजर ने कहा कि आपकी पावर, आजादी और हक कहां हैं, क्या वर्तमान सरकार में इनमें कमी आई है? एक यूजर ने सुब्रमण्यम स्वामी के पोस्ट पर सहमति जताते हुए कहा कि एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन की जरूरत है। वहीं, एक अन्य यूजर ने तंज कसते हुए कहा कि राज्यसभा सीट जाते देखकर आंदोलन शुरू हो गया।
पेट्रोल-डीजल के दामों को लेकर भी मोदी सरकार को निशान पर ले चुके हैं सुब्रमण्यम
इससे पहले सुब्रमण्यम स्वामी ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी को लेकर मोदी सरकार को निशाने पर लिया था। उन्होंने कहा था कि तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण देश में विद्रोही जैसे हालात पैदा हो रहे हैं। ऐसा करना वित्त मंत्रालय का बौद्धिक दिवालियापन है और ये राष्ट्रविरोधी भी है। पांच राज्यों में चुनाव के बाद देश में तेल की कीमतें लगातर बढ़ रही हैं।
इस मुद्दे पर कई बार विपक्ष केंद्र सरकार पर हमला कर चुका है। वहीं, आम जनता भी कीमतों में राहत देने की मांग कर रही है। हालांकि इस पर सरकार का कहना है कि तेल की कीमतों को बढ़ाना या घटाना तेल कंपनियों के हाथ में होता है, इन पर उनका ही नियंत्रण है, सरकार का इस पर कोई जोर नहीं है।