राम मंदिर को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है। अयोध्या में तो बड़े स्तर पर तैयारी की गई है। बीजेपी भी इस कार्यक्रम के जरिए 2024 की अपनी हिंदुत्व वाली राजनीति को धार देने की कोशिश कर रही है। लेकिन इस बीच कुछ नेताओं की तरफ से भड़काऊ बयान भी दिए जा रहे हैं। ये बयान एक विशेष समुदाय को भड़काने के लिए दिए जा रहे हैं। इसी कड़ी में इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल(आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा का एक विवादित बयान सामने आया है जहां पर उन्होंने दो टूक कहा है कि हर बार मुसलमान कुर्बानी नहीं देगा।
तौकीर राजा ने कहा कि देश में हमारी मस्जिद हमसे छीनी जा रही हैं। इस बात को हम कैसे बर्दाश्त कर सकते हैं। ये बात किसी से नहीं छिपी कि बीजेपी को तो हमारी अजान से भी दिक्कत है, सच्चाई तो ये है कि बीजेपी को मुसलमान के वजूद से ही दिक्कत है। तौकीर राजा की तरफ से सिर्फ बीजेपी पर वार नहीं किया गया, उन्होंने सीधे-सीधे सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भी सवाल उठा दिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि राम मंदिर को लेकर जो फैसला दिया गया, उससे सर्वोच्च अदालत की विश्वसनीयता पर भी सवाल गए हैं।
तौकीर राजा ने इस बात पर भी आपत्ति जताई कि जिस सुप्रीम कोर्ट जज ने राम मंदिर का फैसला सुनाया था, उन्हें बाद में राज्यसभा भेज दिया गया, ऐसे में तौकीर राजा का तर्क है कि राम मंदिर को लेकर फैसला पहले ही किया जा चुका था। वैसे नेता की तरफ से राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर भी बयान दिया गया है। उन्होंने कहा है कि इस कार्यक्रम के लिए ना उन्हें कोई न्योता आया है और ना ही आने वाला है। अगर उन्हें कोई आमंत्रण करेगा भी, वे कभी भी ऐसे किसी कार्यक्रम में नहीं जाने वाले क्योंकि इस समय वो कार्यक्रम धार्मिक से ज्यादा राजनीतिक लाभ को देखकर किया जा रहे हैं।