दिल्ली के मुख्यंमत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा सत्ता में आने पर पंजाब के ‘अमृतसर’ को पवित्र शहर का दर्ज दिए जाने वाले बयान पर सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने निशाना साधा है। काटजू ने फेसबुक पोस्ट में केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि इस तरह की घोषणा करके केजरीवाल ने बता दिया है कि वह राजनीति में किस हद तक गिर सकते हैं। इस तरह का बयान देकर केजरीवाल ने खुद को दुर्जनों का नेता (mere demagogue) और धोखेबाज (mountebank) के रूप में एक्सपोज किया है, जिसके दिमाग में कुछ नहीं है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को पंजाब दौरे के दौरान कहा था कि अगर आम आदमी पार्टी राज्य में सत्ता में आती है तो अमृतसर और आनंदपुर साहिब को पवित्र शहर का स्टेटस दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने अमृतसर में शराब, मांस और तंबाकू के इस्तेमाल पर बैन लगाने की भी बात कही थी। उनके इसी बयान पर काटजू ने निशाना साधा है।

काटजू ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा यदि अमृतसर को पवित्र शहर का दर्जा दिया जाएगा तो इलाहाबाद (प्रयाग), वाराणसी, अयोध्या, मथुरा,पुरू, द्वारका, ऋषिकेश, गया, मदुरै और अजमेर को भी पवित्र शहर घोषित करने की मांग उठ सकती है। उन्होंने केजरीवाल के बयान की निंदा करते हुए कहा कि धर्म के आधार पर इस तरह की अपील वोट बटोरने के लिए तो अच्छी हो सकती है लेकिन यह पूरी तरह से प्रतिक्रियावादी और सामंती है। इससे देश के सेक्युलर ताने-बाने को नुकसान पहुंचने का खतरा है।

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पूर्व जज काटजू ने राम मंदिर- बाबरी मस्जिद विवाद की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि निश्चित की इस मुद्दे पर बीजेपी को सत्ता मिल गई हो लेकिन इससे देश को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। इससे पहले काटजू ने मदर टेरेसा को लेकर भी सवाल उठाए थे। काटजू ने आरोप लगाया कि टेरेसा कुछ ‘संदिग्ध’ लोगों से डोनेशन के रूप में पैसा लेती थीं। काटजू ने लिखा कि अगर कोई उन्हें 10 मिलियन डॉलर देगा तो वह भी गरीब और बेघर लोगों की मदद करने लगेंगे। फेसबुक पर काटजू ने लिखा, ‘मैं समझ नहीं पा रहा कि ‘मदर’ टेरेसा के लिए लोगो में इतना प्यार क्यों है। मेरे विचारों में वह अर्द्ध शिक्षित कट्टरपंथी, हठधर्मी और धोखेबाज थीं।’