विपक्ष ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। दिल्ली में विपक्षी दलों की बैठक के बाद एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने ऐलान किया कि पूर्व केंद्रीय मंत्री मार्गरेट अल्वा उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार होंगी। उनका मुकाबला जगदीप धनखड़ से होगा जिन्हें एनडीए ने अपना उम्मीदवार घोषित किया है। मार्गरेट अल्वा पांच बार की सांसद हैं और राजीव गांधी सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुकी हैं।

80 वर्षीय अल्वा की उम्मीदवारी की घोषणा करते हुए पवार ने कहा कि उनके नाम पर 17 विपक्षी दलों ने सर्वसम्मति से फैसला किया है। वह मंगलवार (19 जुलाई) को अपना नामांकन दाखिल करेंगी। 6 अगस्त को होने वाले चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि भी है।

अल्वा का जन्म 14 अप्रैल 1942 को कर्नाटक के मैंगलोर में हुआ था। फिजिक्स में स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने राजस्थान विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई की। मार्गरेट अल्वा पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता हैं। वह राज्यसभा के लिए लगातार चार बार और लोकसभा में एक कार्यकाल के लिए चुनी गईं।

मार्गरेट अल्वा को केंद्रीय कैबिनेट में संसदीय मामलों और युवा मामलों के विभागों की जिम्मेदारी भी दी गई थी। वह प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और नरसिम्हा राव की सरकारों में कई जिम्मेदारियां संभाल चुकी हैं। अल्वा राजस्थान, गोवा, गुजरात और उत्तराखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं।

अल्वा 2008 में उस वक्त सुर्खियों में रही थीं जब कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर टिकट बेचने का आरोप लगाया था। इसके बाद उन्हें पार्टी ने महासचिव के पद से हटा दिया था। हालांकि, गांधी परिवार से नजदीकियों के कारण उन्हें बाद में उत्तराखंड का राज्यपाल बनाकर भेजा गया था। उन्होंने पिछले साल कर्नाटक की भाजपा सरकार की धर्मांतरण विरोधी विधेयक के लिए तीखी आलोचना की थी।

6 अगस्त को है वोटिंग: 6 अगस्त को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव में मार्गरेट अल्वा का मुकाबला एनडीए के उम्मीदवार जगदीप धनखड़ से है, जो पश्चिम बंगाल के राज्यपाल हैं। एक दिन पहले शनिवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने धनखड़ की उम्मीदवारी का ऐलान किया था।