पुणे पुलिस द्वारा पीएम मोदी की हत्या की साजिश के खुलासे के बाद पीएम की सुरक्षा में तैनात एसपीजी ने प्रधानमंत्री को सलाह दी है कि वह फिलहाल कोई रोड शो ना करें। सूत्रों के अनुसार, एसपीजी ने अपने कमांडोज को पीएम मोदी पर मंडरा रहे खतरे को लेकर आगाह कर दिया है। पीएम मोदी की सुरक्षा में तैनात रहने वाले सबसे करीबी दस्ते सीपीजी (क्लोज प्रोटेक्शन ग्रुप) को अलर्ट रहने को कहा गया है। बता दें कि सीपीजी दस्ते के शूटर सेकेंड से भी कम समय में आतंकियों को गोली मारने में सक्षम हैं।
सीपीजी के अलावा एसपीजी की एक क्विक रेसपॉंन्स टीम भी पीएम मोदी की सुरक्षा में तैनात होती है, जिसे काउंटर असॉल्ट टीम या कैट के नाम से जाना जाता है। यह टीम अत्याधुनिक हथियारों से लैस होती है। इस टीम में चयन के लिए कमांडोज को बेहद ही मुश्किल ट्रेनिंग से गुजरना होता है। पीएम मोदी पर किसी भी तरह का हमला होने पर यही कैट टीम एक्शन लेती है। पीएम मोदी को मिली धमकी के बाद इस टीम को भी अलर्ट रहने को कहा गया है। खबर है कि एसपीजी इस बात से चिंतित है कि पीएम मोदी पहले कई बार उनकी सलाह को नजरअंदाज कर चुके हैं। बीते दिनों गणतंत्र दिवस परेड के दौरान भी पीएम मोदी ने परेड के बाद एसपीजी की सलाह को नजरअंदाज करते हुए लोगों से मुलाकात की थी।
लोगों ने गौर किया होगा कि पीएम मोदी की सुरक्षा में तैनात एसपीजी कमांडो कई बार पतले से एक ब्रीफकेस के साथ दिखाई देते हैं। सूत्रों के अनुसार, इस ब्रीफकेस में मुड़ने वाली बैलेस्टिक मिसाइल की शील्ड होती है, जो कि बैलेस्टिक मिसाइल हमले को भी नाकाम कर सकता है। उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी के काफिले में 2 बीएमडब्लू 7 सीरीज की आर्म्ड गाड़ियां होती हैं। इनके अलावा 6 बीएमडब्लू एक्स-5 सीरीज की एसयूवी कारें और एक मर्सिडीज बेंज एंबुलेंस शामिल होती हैं। इनके अलावा सिक्योरिटी यूनिट की गाड़ियां और जैमर भी पीएम मोदी के सुरक्षा काफिले में शामिल होते हैं। इनके अलावा दिल्ली पुलिस की सिक्योरिटी भी पीएम मोदी के काफिले के साथ चलती हैं।
पीएम मोदी के काफिले के जैमर में कई ऐंटीने शामिल होते हैं, जो कि सड़क के दोनों तरफ 100 मीटर के दायरे में मौजूद किसी भी बम को डिफ्यूज करने की क्षमता रखता है। किसी भी खतरे कि स्थिति में एनएसजी के 100 कमांडोज पीएम मोदी को पलभर में घेरकर सुरक्षा दे सकते हैं। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम की सुरक्षा के सवाल पर कहा कि पीएम की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। माओवादी हारी हुई लड़ाई लड़ रहे हैं।

