प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17 सितंबर 2022 को अपने 72वें जन्मदिन पर नामीबिया से आए आठ में से तीन चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था। स्पेशल जंबो जेट में आठ चीतों को नामीबिया से भारत लाया गया। वहीं, रविवार को रेडियो प्रोग्राम ‘मन की बात’ के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से चीतों के नामकरण को लेकर सुझाव मांगा है।
पीएम मोदी ने कार्यक्रम के 93वें एपिसोड में पीएम मोदी ने कहा, “मैं आप सबको कुछ काम सौंप रहा हूं। MyGov के प्लेटफॉर्म पर एक कॉम्प्टीशन आयोजित किया जाएगा, जिसमें लोगों से मैं कुछ चीजें शेयर करने का आग्रह करता हूं। चीतों को लेकर हम जो अभियान चला रहे हैं, उस अभियान का नाम क्या होना चाहिए? क्या हम इन सभी चीतों के नामकरण के बारे में भी सोच सकते हैं कि इनमें से हर एक को किस नाम से बुलाया जाए?”
मिल सकता है चीतों को देखने का मौका: प्रधानमंत्री ने कहा कि ये नामकरण अगर ट्रेडिशनल हो तो काफी अच्छा रहेगा क्योंकि अपने समाज और संस्कृति, परंपरा और विरासत से जुड़ी कोई भी चीज हमें सहज ही अपनी ओर आकर्षित करती है। पीएम मोदी ने देशवासियों से कहा, “इसमें आप अपनी राय दर्ज करा सकते हैं। मेरी अपील है कि इस प्रतियोगिता में भाग जरूर लें। क्या पता चीतों को देखने का सबसे पहला मौका आपको मिल जाए।”
चीतों के लिए टास्क फोर्स: मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा, “पिछले दिनों चीतों ने सभी का ध्यान आकर्षित किया। चीतों की वापसी से देश में खुशी है। देशभर के लोगों का एक कॉमन सवाल है कि चीतों को देखने का मौका कब मिलेगा?” उन्होंने बताया, “चीतों को लेकर एक टास्क फोर्स बनी है। ये टास्क फोर्स चीतों की मॉनिटरिंग कर देखेगी कि हमारे यहां के माहौल में चीते कितने घुल-मिल गए हैं। इसके बाद ही चीतों को देख पाएंगे।”
जागरुकता फैलाने के लिए चीता मित्र: प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मुझे कई लोगों के पत्र मिले हैं। यह पत्र देशभर से हैं। देश के कोने-कोने से लोगों ने भारत में चीतों के लौटने पर खुशियां जताई हैं। यह भारत का प्रकृति प्रेम दिखाता है।” गौरतलब है कि चीतों के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने 450 से ज्यादा चीता मित्र नियुक्त किए हैं। चीता मित्र लोगों को चीते की जीवनशैली और तौर-तरीकों के बारे में जागरूक करेंगे।