मणिपुर में जारी हिंसा के बीच चुराचंदपुर में कुकी नेशनल ऑर्गनाइजेशन (KNO) के प्रवक्ता सेलेन हाओकिप (Seilen Haokip) के घर में सोमवार रात आग लगा दी गई। जिसके एक दिन बाद केएनओ और यूनाइटेड पीपुल्स फ्रंट (UPF) ने घोषणा की कि कांगपोकपी जिले में नेशनल हाइवे 2 पर नाकाबंदी हटा दी जाएगी।
घाटी के कुछ हिस्सों खासतौर पर इंफाल में मैतेई प्रतिनिधियों के घरों को आग लगाने की कई घटनाएं हुई हैं। वहीं, किसी कुकी-ज़ोमी नेता के आवास को निशाना बनाए जाने का यह पहला प्रमुख उदाहरण है। प्रवक्ता हाओकिप का घर चुराचांदपुर जिले के सोंगपी में स्थित है। रविवार को, केएनओ और यूपीएफ ने कहा कि हाइवे पर नाकाबंदी हटाने का यह फैसला केंद्रीय मंत्री अमित शाह की शांति और सद्भाव बहाल करने की चिंता को ध्यान में रखते हुए लिया गया था।
नेशनल हाइवे 2 पर से हटाई जाएगी नाकाबंदी
घोषणा में कहा गया कि राज्य में आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए तत्काल प्रभाव से नाकाबंदी हटा दी जाएगी। NH-2 इंफाल को नागालैंड के दीमापुर से जोड़ता है और 3 मई से लागू ब्लॉकेज की वजह से जरूरी सामानों की आपूर्ति प्रभावित हुई है। हालांकि, जारी हिंसा के बीच नाकाबंदी हटाने का निर्णय कुकी-ज़ोमी समुदाय के एक वर्ग को पसंद नहीं आया। इसके बाद, हाओकिप ने समुदाय में प्रसारित करने के लिए एक संदेश जारी किया था जिसमें कहा गया था कि निर्णय का एकमात्र उद्देश्य कुकी-ज़ोमी क्षेत्रों के लिए अलग प्रशासन के रूप में राजनीतिक समाधान के लिए बातचीत में तेजी लाना था।
Manipur: 5 जुलाई से खोले जाएंगे स्कूल
KNO वर्तमान में सस्पेंशन ऑफ ऑपरेशन समझौते के तहत 17 कुकी विद्रोही समूहों का एक छत्र समूह है। KNO के अध्यक्ष पी एस हाओकिप (PS Haokip) हैं, जो कुकी नेशनल आर्मी (KNA) के अध्यक्ष भी हैं, जो सबसे प्रभावशाली कुकी विद्रोही समूहों में से एक है।
मणिपुर में हिंसा की घटनाओं के बीच मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने सोमवार को कहा कि पांच जिलों में अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे और कक्षा 1 से 8 तक के लिए पांच जुलाई से स्कूल खोले जाएंगे। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को मणिपुर सरकार से राज्य में जातीय हिंसा को रोकने के लिए उठाए गए कदमों, बेघर और हिंसा प्रभावित लोगों के लिए पुनर्वास शिविरों के लिए उठाए गए कदमों, बलों की तैनाती और कानून व्यवस्था की स्थिति पर विस्तृत स्थिति रिपोर्ट मांगी है।