मणिपुर में हिंसा रुकने का नाम नहीं ले रही है। मणिपुर में जिरिबाम जिले में तीन लोगों की मौत हो गई। इसके बाद कई प्रदर्शनकारी न्याय की मांग करने लगे। प्रदर्शनकारी न्याय की मांग करते हुए दो मंत्रियों और तीन विधायकों के घर में घुस गए। इसके बाद वहां पर जमकर तोड़फोड़ की। हालात को नियंत्रण में लाने के लिए जिला प्रशासन को अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगाना पड़ा।
बिगड़ी कानून व्यवस्था की स्थिति
इंफाल पश्चिम के डीएम की ओर से आदेश जारी किया गया, जिसमें बताया गया कि शनिवार को शाम 4:30 बजे कर्फ्यू लगा दिया गया है। जिले की कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए यह कदम उठाया गया। बता दें कि इससे पहले तीन लोगों की हत्या के विरोध में हो रहे प्रदर्शन के कारण इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई थी।
ये लोग कर्फ्यू से रहेंगे मुक्त
पहले कर्फ्यू में ढील देने की घोषणा की गई थी। लेकिन जब मैतेई समुदाय के विधायकों के घरों पर हमला हुआ, उसके बाद कर्फ्यू को और टाइट कर दिया गया। आदेश में कहा गया है कि स्वास्थ्य, बिजली, पेट्रोल पंप, नगर पालिका, प्रेस और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जैसी आवश्यक सेवाओं में शामिल सभी व्यक्ति और कर्मचारी कर्फ्यू से मुक्त रहेंगे।
मणिपुर की नदी में महिला और 2 बच्चों के शव उतराते मिले, राहत शिविर में रह रहा था मैतेई परिवार
मंत्री के घर में घुसी भीड़
M
मणिपुर के स्वास्थ्य मंत्री के घर में भीड़ घुस गई। मणिपुर के स्वास्थ्य मंत्री सपाम रंजन के आवास में भीड़ घुस गई और वहां पर तोड़फोड़ की। हालांकि पुलिस ने तुरंत मोर्चा संभाला और हालात को नियंत्रण में लिया। वहीं प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया गया कि तीन लोगों की हुई हत्या पर मंत्रिमंडल की बैठक में चर्चा की जाएगी।
वहीं एक अन्य मंत्री सुसिंद्रो सिंह के घर में भी भीड़ घुस गई। जबकि इंफाल पश्चिम के एक इलाके में भाजपा विधायक आरके इमो के घर में भी भीड़ खड़ी होकर नारेबाजी करने लगी। बता दें कि आरके इमो राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के दामाद भी हैं। इस दौरान वहां पर मौजूद लोगों ने 24 घंटे के अंदर अपराधियों को गिरफ्तार करने की अपील की है।