Manipur Violence: मणिपुर में हिंसा अभी भी थमने का नाम नहीं ले रही है। यहां दो समुदायों, कुकी और मैतेई के बीच संघर्ष जारी है और बीती रात यहां उपद्रवियों ने केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवानों को अपना निशाना बनाया, जिसके चलते सीआरपीएफ के दो जवान शहीद हो गए। जानकारी के मुताबिक सीआरपीएफ बटालियन पर ये हमले कुकी उग्रवादियों द्वारा किए गए थे।

इस हमले को लेकर मणिपुर पुलिस ने जानकारी दी कि शुक्रवार की देर रात से करीब दो बजे के बीत कुकी उग्रवादियों के हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के दो जवानों की जान चली गई। ये दोनों जवान मणिपुर के बिष्णुपुर जिले के नारानसेना इलाके में सीआरपीएफ की 128वीं बटालिया के थे।

जानकारी के मुताबिक इससे पहले उपद्रवियों ने तीन जिलों कांगपोकपी, उखरूल और इंफाल पूर्व के ट्राइजंक्शन जिले में एक दूसरे पर फायरिंग की थी। इसमें कुकी समुदाय के दो लोगों की जान गई थी।

चुनाव के दौरान भी हुई थी हिंसा

बता दें कि मणिपुर में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान के दौरान भी काफी हिंसा हुई थी। इसी वजह से चुनाव आयोग ने भीतरी मणिपुर सीट के 11 मतदान केंद्रों पर दोबारा मतदान कराने का फैसला लिया था। यहां की दो लोकसभा सीटें हैं, लेकिन आयोग ने बाहरी मणिपुर सीट पर दो चरण में मतदान कराने का फैसला किया था। बता दें कि यहां पिछले एक साल से लगातार हिंसा हो रही है और अब उग्रवादियों ने सैनिकों पर भी हमला करना शुरू कर दिया है।

इस बीच मणिपुर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी, प्रदीप कुमार झा ने शुक्रवार को लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में बाहरी मणिपुर में अधिक मतदान और हिंसा की न्यूनतम घटनाओं का जिक्र किया था।

मणिपुर के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि लगभग एक घंटे पहले हमें मिली आखिरी रिपोर्ट तक, मतदान प्रतिशत 75 प्रतिशत के बीच था और कोई बड़ी गड़बड़ी की सूचना नहीं थी।