देश की राजधानी दिल्ली में आवारा कुत्तों का आंतक बढ़ता जा रहा है। पश्चिम दिल्ली के मोती नगर इलाके में पार्क में तीन साल की एक मासूस बच्ची को आदमखोर बने आवारा कुत्तों ने नोच खाया, जिससे उसकी मौत हो गई। इस मामले को लेकर वरिष्ठ पत्रकार आलोक मेहता ने भाजपा सांसद मेनका गांधी को ट्विटर पर टैग करते हुए लिखा कि कुत्तों को इंसान से ज़्यादा अधिकार है।

उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “दिल्ली में आवारा कुत्तों ने एक मासूम बच्ची को नोचकर मार दिया। हर इलाक़े में सड़कों पर कुत्तों का आतंक है मेनका गांधी की कृपा से कुत्तों को इंसान से ज़्यादा अधिकार। नगर निगमों ने कुत्तों को पकड़ना बंद कर दिया। मोहल्ला क्लिनिक में कुत्ते काटने की दवाई नहीं।”

वहीं वरिष्ठ पत्रकार के ट्वीट के बाद आवारा कुत्तों को लेकर बहस छिड़ गई है। पत्रकार हर्षवर्धन त्रिपाठी ने इसे गंभीर मामला बताया। उन्होंने आलोक मेहता के ट्वीट पर लिखा, “अत्यंत गम्भीर है सर, लेकिन सरकार से लेकर समाज तक मनुष्य से अधिक कुत्ताप्रेमी हो गया है। इस तेज़ी से संख्या बढ़ रही है कि आने वाले दिनों में ऐसे दर्दनाक हादसे बढ़ेंगे। हमारी सोसायटी तक में कुत्तों ने बुरा हाल कर रखा है। देसी सड़क पर और घरों में विदेशी कुत्ते मनुष्य पर भारी पड़ रहे।”

वहीं काउंसिल ऑफ स्ट्रैटेजिक अफेयर्स से संबद्ध सामरिक विश्लेषक दिव्य कुमार सोती ने लिखा, “कुत्तों की देसी नस्लें घरों में पाली जानी चाहिए और विदेशी नस्लों को पालना कम होना चाहिए। सड़कों की स्थिति में स्वतः सुधार होगा।” जिसपर हर्षवर्धन ने लिखा कि कुत्तों को घर में पालना किसी स्थिति में ठीक नहीं है, हालाँकि हम जैसे लोग अब अल्पसंख्यक हो चुके हैं।

बता दें कि जानवरों पर होने वाली हिंसा को लेकर भाजपा सांसद मेनका गांधी काफी संवेदनशील रहती हैं। ऐसे में वो बेजुबानों पर होने वाले अत्याचारों पर अक्सर आवाजें उठाती हैं। उनका पशु प्रेम काफी सुर्खियों में भी रहता है। वो कई संगठनों के जरिए जानवरों के हित में काम करती हैं। इन सबको देखते हुए आलोक मेहता ने आवारा कुत्तों के आतंक को लेकर मेनका गांधी को टैग करते हुए ट्विटर पर अपनी बात लिखी।